सहकारी समितियों पर डीएपी और यूरिया खाद प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होने के बावजूद कई किसानों को यूरिया नहीं मिल पा रही है। ऐसे किसान जो समिति के सदस्य नहीं बन पाए हैं, या जिनके पास एक एकड़ से कम जमीन है, उन्हें खाद लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि उम्र अधिक होने के कारण त्वचा सिकुड़ जाने से उनके फिंगरप्रिंट मशीन पर नहीं लग पा रहे हैं। लालमन, घुरहू, राम प्रताप, मोहम्मद फहीम और दुर्गेश्वरी देवी जैसे किसानों ने अपनी समस्या साझा करते हुए कहा कि वे सुबह से लाइन में लगते हैं, लेकिन अंगूठा न लगने के कारण उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ता है। इस संबंध में एडीओ कोऑपरेटिव जगजीवन राम ने आश्वासन दिया है कि सभी किसानों को यूरिया उपलब्ध कराई जाएगी और कोई भी किसान वंचित नहीं रहेगा। उन्होंने बताया कि यूरिया की उपलब्धता पर्याप्त है।
यूरिया उपलब्ध, फिर भी किसानों को नहीं मिल रही खाद:सदस्य न बनने और फिंगरप्रिंट न लगने से खाद लेने में आ रही परेशानी
सहकारी समितियों पर डीएपी और यूरिया खाद प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होने के बावजूद कई किसानों को यूरिया नहीं मिल पा रही है। ऐसे किसान जो समिति के सदस्य नहीं बन पाए हैं, या जिनके पास एक एकड़ से कम जमीन है, उन्हें खाद लेने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि उम्र अधिक होने के कारण त्वचा सिकुड़ जाने से उनके फिंगरप्रिंट मशीन पर नहीं लग पा रहे हैं। लालमन, घुरहू, राम प्रताप, मोहम्मद फहीम और दुर्गेश्वरी देवी जैसे किसानों ने अपनी समस्या साझा करते हुए कहा कि वे सुबह से लाइन में लगते हैं, लेकिन अंगूठा न लगने के कारण उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ता है। इस संबंध में एडीओ कोऑपरेटिव जगजीवन राम ने आश्वासन दिया है कि सभी किसानों को यूरिया उपलब्ध कराई जाएगी और कोई भी किसान वंचित नहीं रहेगा। उन्होंने बताया कि यूरिया की उपलब्धता पर्याप्त है।









































