सिद्धार्थनगर के खुनियांव क्षेत्र स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर उपकेंद्र धोबहां मुस्तहकम का शनिवार को निरीक्षण किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता परखी गई। अधीक्षक डॉ. पी.एन. यादव ने निरीक्षण टीम का नेतृत्व किया, जिसमें बीपीएम अरविंद त्रिपाठी, बीसीपीएम महेंद्र कुमार और विभागीय टीम शामिल थी। निरीक्षण टीम ने उपकेंद्र में निःशुल्क आवश्यक दवाओं की उपलब्धता का जायजा लिया। साथ ही, डेंगू, मलेरिया, शुगर और ब्लड प्रेशर सहित 14 प्रकार की जांच सुविधाओं की व्यवस्था का मूल्यांकन किया गया। अधिकारियों ने जांच किट, उपकरणों की स्थिति और रिपोर्टिंग प्रक्रिया की समीक्षा करते हुए मरीजों को समय पर जांच सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। स्वच्छता और बुनियादी सुविधाओं के तहत चिकित्सालय परिसर की साफ-सफाई, बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन, पेयजल व्यवस्था और शौचालय की स्थिति का भी निरीक्षण किया गया। टीम ने स्वच्छता मानकों को बनाए रखने और नियमित निगरानी पर विशेष जोर दिया। रिकॉर्ड और दस्तावेजीकरण के संदर्भ में, सभी स्वास्थ्य अभिलेखों, रजिस्टरों और ई-कवच (e-Kavach) पोर्टल पर की जा रही डेटा एंट्री की जांच की गई। अधिकारियों ने डेटा को समय पर और त्रुटिरहित अपडेट करने के निर्देश दिए। कर्मचारियों की तत्परता की समीक्षा के दौरान, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) और अन्य स्टाफ की कार्यशैली, मरीजों के प्रति संवेदनशीलता और सेवाभाव की सराहना की गई। आवश्यक सुधार बिंदुओं पर मार्गदर्शन भी प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त, योग एवं वेलनेस सत्रों, स्वास्थ्य शिविरों, प्रसव पूर्व देखभाल (ANC), टीकाकरण, टेली-कंसल्टेशन और एनसीडी स्क्रीनिंग जैसी सेवाओं की उपलब्धता की भी जांच की गई। अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि आयुष्मान आरोग्य मंदिर ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ हैं, और इनकी गुणवत्ता बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है।
खुनियांव के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उपकेंद्र का निरीक्षण:धोबहां मुस्तहकम में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता परखी गई
सिद्धार्थनगर के खुनियांव क्षेत्र स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर उपकेंद्र धोबहां मुस्तहकम का शनिवार को निरीक्षण किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता परखी गई। अधीक्षक डॉ. पी.एन. यादव ने निरीक्षण टीम का नेतृत्व किया, जिसमें बीपीएम अरविंद त्रिपाठी, बीसीपीएम महेंद्र कुमार और विभागीय टीम शामिल थी। निरीक्षण टीम ने उपकेंद्र में निःशुल्क आवश्यक दवाओं की उपलब्धता का जायजा लिया। साथ ही, डेंगू, मलेरिया, शुगर और ब्लड प्रेशर सहित 14 प्रकार की जांच सुविधाओं की व्यवस्था का मूल्यांकन किया गया। अधिकारियों ने जांच किट, उपकरणों की स्थिति और रिपोर्टिंग प्रक्रिया की समीक्षा करते हुए मरीजों को समय पर जांच सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। स्वच्छता और बुनियादी सुविधाओं के तहत चिकित्सालय परिसर की साफ-सफाई, बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन, पेयजल व्यवस्था और शौचालय की स्थिति का भी निरीक्षण किया गया। टीम ने स्वच्छता मानकों को बनाए रखने और नियमित निगरानी पर विशेष जोर दिया। रिकॉर्ड और दस्तावेजीकरण के संदर्भ में, सभी स्वास्थ्य अभिलेखों, रजिस्टरों और ई-कवच (e-Kavach) पोर्टल पर की जा रही डेटा एंट्री की जांच की गई। अधिकारियों ने डेटा को समय पर और त्रुटिरहित अपडेट करने के निर्देश दिए। कर्मचारियों की तत्परता की समीक्षा के दौरान, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) और अन्य स्टाफ की कार्यशैली, मरीजों के प्रति संवेदनशीलता और सेवाभाव की सराहना की गई। आवश्यक सुधार बिंदुओं पर मार्गदर्शन भी प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त, योग एवं वेलनेस सत्रों, स्वास्थ्य शिविरों, प्रसव पूर्व देखभाल (ANC), टीकाकरण, टेली-कंसल्टेशन और एनसीडी स्क्रीनिंग जैसी सेवाओं की उपलब्धता की भी जांच की गई। अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि आयुष्मान आरोग्य मंदिर ग्रामीण क्षेत्रों में प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ हैं, और इनकी गुणवत्ता बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है।









































