सिद्धार्थनगर में कठेला थाना क्षेत्र के ग्राम इंद्री ग्रांट टोला बक्सडीह में 13 दिसंबर की शाम हुई घटना ने पूरे गांव को झकझोर दिया। 28 वर्षीय युवक राजकुमार ने घरेलू विवाद के बाद कीटनाशक दवा खा ली, जिससे उसकी मौत हो गई। रोजी-रोटी के लिए मुंबई में काम करने वाला राजकुमार अब अपने पीछे गर्भवती पत्नी, चार साल का बेटा और बुजुर्ग मां को बेसहारा छोड़ गया है। मृतक की पत्नी रेखा ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि शाम को राजकुमार ने अपनी भाभी से मोटरसाइकिल की चाबी मांगी थी। चाबी देने से मना किए जाने पर आपसी कहासुनी हुई। ग्रामीणों के अनुसार, राजकुमार उस समय पहले से मानसिक दबाव में था। छोटी-सी तकरार रात तक उसके मन में गहराती चली गई और उसने आवेश में कीटनाशक दवा खा ली। इलाज के दौरान हुई मौत परिजन राजकुमार को तत्काल माधव प्रसाद मेडिकल कॉलेज, तिवारी ले गए। स्थिति गंभीर देख डॉक्टरों ने उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर रेफर किया। लेकिन गोरखपुर जाते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की विधिक कार्रवाई शुरू कर दी। परिवार की जिम्मेदारी और आर्थिक दबाव राजकुमार अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। एक साल पहले पिता की मौत के बाद घर की सारी जिम्मेदारी उसी पर थी। मुंबई में मजदूरी कर वह अपनी बुजुर्ग मां, पत्नी और छोटे बेटे का पालन-पोषण करता था। पत्नी रेखा गर्भवती थी, लेकिन इस घटना ने परिवार की खुशियां मातम में बदल दी। चार साल का बेटा पिता को खोज रहा है और मां पूरी तरह टूट चुकी है। परिवार की भयावह पृष्ठभूमि ग्रामीण बताते हैं कि यह परिवार पिछले 15 वर्षों में तीन पीढ़ियों में जहर से मौत का गवाह बन चुका है। करीब 15 साल पहले परिवार के बाबा ने पारिवारिक तनाव में जहर खाकर जान दे दी थी। एक साल पहले राजकुमार के पिता ने भी इसी कारण आत्महत्या की। अब पुत्र राजकुमार की मौत ने परिवार को तीसरी बार उजाड़ दिया। गांव में शोक और चिंता घटना के बाद से गांव में सन्नाटा और शोक पसरा है। लोग चर्चा कर रहे हैं कि घरेलू तनाव, आर्थिक दबाव और संवाद की कमी किस तरह परिवारों को निगल रही है। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई होगी।
सिद्धार्थनगर में युवक ने जहर खाकर दी जान:भाभी से गाड़ी की चाबी को लेकर झगड़ा हुआ, पिता ने एक साल पहले की थी खुदकुशी
सिद्धार्थनगर में कठेला थाना क्षेत्र के ग्राम इंद्री ग्रांट टोला बक्सडीह में 13 दिसंबर की शाम हुई घटना ने पूरे गांव को झकझोर दिया। 28 वर्षीय युवक राजकुमार ने घरेलू विवाद के बाद कीटनाशक दवा खा ली, जिससे उसकी मौत हो गई। रोजी-रोटी के लिए मुंबई में काम करने वाला राजकुमार अब अपने पीछे गर्भवती पत्नी, चार साल का बेटा और बुजुर्ग मां को बेसहारा छोड़ गया है। मृतक की पत्नी रेखा ने पुलिस को दी गई तहरीर में बताया कि शाम को राजकुमार ने अपनी भाभी से मोटरसाइकिल की चाबी मांगी थी। चाबी देने से मना किए जाने पर आपसी कहासुनी हुई। ग्रामीणों के अनुसार, राजकुमार उस समय पहले से मानसिक दबाव में था। छोटी-सी तकरार रात तक उसके मन में गहराती चली गई और उसने आवेश में कीटनाशक दवा खा ली। इलाज के दौरान हुई मौत परिजन राजकुमार को तत्काल माधव प्रसाद मेडिकल कॉलेज, तिवारी ले गए। स्थिति गंभीर देख डॉक्टरों ने उन्हें बीआरडी मेडिकल कॉलेज, गोरखपुर रेफर किया। लेकिन गोरखपुर जाते समय रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की विधिक कार्रवाई शुरू कर दी। परिवार की जिम्मेदारी और आर्थिक दबाव राजकुमार अपने परिवार का एकमात्र कमाने वाला सदस्य था। एक साल पहले पिता की मौत के बाद घर की सारी जिम्मेदारी उसी पर थी। मुंबई में मजदूरी कर वह अपनी बुजुर्ग मां, पत्नी और छोटे बेटे का पालन-पोषण करता था। पत्नी रेखा गर्भवती थी, लेकिन इस घटना ने परिवार की खुशियां मातम में बदल दी। चार साल का बेटा पिता को खोज रहा है और मां पूरी तरह टूट चुकी है। परिवार की भयावह पृष्ठभूमि ग्रामीण बताते हैं कि यह परिवार पिछले 15 वर्षों में तीन पीढ़ियों में जहर से मौत का गवाह बन चुका है। करीब 15 साल पहले परिवार के बाबा ने पारिवारिक तनाव में जहर खाकर जान दे दी थी। एक साल पहले राजकुमार के पिता ने भी इसी कारण आत्महत्या की। अब पुत्र राजकुमार की मौत ने परिवार को तीसरी बार उजाड़ दिया। गांव में शोक और चिंता घटना के बाद से गांव में सन्नाटा और शोक पसरा है। लोग चर्चा कर रहे हैं कि घरेलू तनाव, आर्थिक दबाव और संवाद की कमी किस तरह परिवारों को निगल रही है। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच जारी है और पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे कार्रवाई होगी।









































