बलरामपुर के सादुल्लानगर में कृषि विभाग ने किसान पाठशाला का आयोजन किया। शनिवार को विकास खंड रेहराबाजार के ग्राम बैरिया सुर्जनपुर और बढ़या फरीद खान में यह पाठशाला आयोजित की गई। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने के लिए उन्नत कृषि तकनीकों से अवगत कराना था। एडीओ एजी रणधीर सिंह ने किसानों को सरसों की फसल में समय पर बिरलीकरण, चने की उचित मोटाई और पेड़ी गन्ना कटाई के बाद गेहूं की लेट प्रजाति की बुवाई के बारे में बताया। उन्होंने गेहूं की फसल में सिंचाई के सही समय और उसकी देखभाल से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी भी दी। सिंह ने जोर दिया कि वैज्ञानिक विधि से खेती करके किसान कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर प्राविधिक सहायक राजकिशोर सिंह और अरविंद कुमार ने भी किसानों को संबोधित किया। उन्होंने उन्नत बीज, खाद प्रबंधन और फसल संरक्षण के विभिन्न उपायों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। किसान पाठशाला में रामसूरत, जुग्गी लाल, शफीक, रामनेवास, आज्ञाराम, सीताराम सहित बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम के समापन पर किसानों ने कृषि विभाग द्वारा दी गई जानकारियों को अत्यंत उपयोगी बताया और उन्हें अपनी खेती में लागू करने की प्रतिबद्धता जताई।
कम लागत में अधिक मुनाफे को लेकर किसान पाठशाला:किसानों को सरसों, चना, गेहूं की उन्नत खेती की जानकारी दी गई
बलरामपुर के सादुल्लानगर में कृषि विभाग ने किसान पाठशाला का आयोजन किया। शनिवार को विकास खंड रेहराबाजार के ग्राम बैरिया सुर्जनपुर और बढ़या फरीद खान में यह पाठशाला आयोजित की गई। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को कम लागत में अधिक मुनाफा कमाने के लिए उन्नत कृषि तकनीकों से अवगत कराना था। एडीओ एजी रणधीर सिंह ने किसानों को सरसों की फसल में समय पर बिरलीकरण, चने की उचित मोटाई और पेड़ी गन्ना कटाई के बाद गेहूं की लेट प्रजाति की बुवाई के बारे में बताया। उन्होंने गेहूं की फसल में सिंचाई के सही समय और उसकी देखभाल से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी भी दी। सिंह ने जोर दिया कि वैज्ञानिक विधि से खेती करके किसान कम लागत में अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। इस अवसर पर प्राविधिक सहायक राजकिशोर सिंह और अरविंद कुमार ने भी किसानों को संबोधित किया। उन्होंने उन्नत बीज, खाद प्रबंधन और फसल संरक्षण के विभिन्न उपायों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। किसान पाठशाला में रामसूरत, जुग्गी लाल, शफीक, रामनेवास, आज्ञाराम, सीताराम सहित बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम के समापन पर किसानों ने कृषि विभाग द्वारा दी गई जानकारियों को अत्यंत उपयोगी बताया और उन्हें अपनी खेती में लागू करने की प्रतिबद्धता जताई।









































