बस्ती के कलवारी कस्बे में पिछले तीन वर्षों से सड़क की पटरी पर जीवन गुजार रहे एक अर्धविक्षिप्त व्यक्ति के प्रति ‘सेवा समर्पण भाव परिवार’ ने मानवीय संवेदना की अनुकरणीय मिसाल पेश की है। बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति मूल रूप से बिहार के सिवान जिले का निवासी है। लंबे समय से असहाय स्थिति में रहने के कारण उसके बाल अत्यधिक बढ़ गए थे और वह कई महीनों से स्नान भी नहीं कर पाया था। ‘सेवा समर्पण भाव परिवार’ के मुखिया दिलीप पांडे अपनी टीम के सदस्य उमंग पांडे और अजय मिश्रा के साथ कलवारी पहुंचे। इस दौरान ग्रामीण स्वास्थ्य सेवक वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रेम त्रिपाठी भी उनके साथ मौजूद रहे। टीम ने मिलकर इस अर्धविक्षिप्त व्यक्ति का रेस्क्यू किया। सबसे पहले उसके बढ़े हुए बाल कटवाए गए, फिर उसे स्नान कराकर नए वस्त्र, जैकेट और कंबल प्रदान किए गए। मानसिक स्थिति ठीक न होने के कारण वह व्यक्ति फिलहाल अपने घर का सटीक पता बताने में असमर्थ रहा। ऐसे में टीम ने उसे निकट स्थित कौलेश्वर नाथ धाम शिव मंदिर में महंत जी के संरक्षण में सौंप दिया। टीम ने आश्वासन दिया है कि कुछ समय बाद उसकी मानसिक स्थिति में सुधार होने पर संपर्क कर उसे उसके घर तक पहुंचाने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, मंदिर परिसर में पहले से रह रहे एक अन्य विक्षिप्त व्यक्ति को भी टीम द्वारा नए वस्त्र, जैकेट और कंबल उपलब्ध कराए गए। इस मानवीय पहल की स्थानीय लोगों द्वारा खूब प्रशंसा की जा रही है। इस आयोजन में दुर्गेश कुमार ओझा, शिव कुमार चौधरी और मंदिर के महंत सत्संग शास्त्री का भी सराहनीय योगदान रहा।









































