श्रावस्ती जनपद के इकौना थाना क्षेत्र के मनिहार तारा में बीते शुक्रवार सुबह एक ही कमरे में पति-पत्नी और तीन बच्चों के शव मिले। कमरे का दरवाजा न खुलने पर सौतेली बहन रुबीना ने खिड़की से झाँक कर देखा, जिसके बाद गाँव के लोगों ने दरवाजा तोड़ा। कमरे के अंदर पत्नी शहनाज (29) और तीन बच्चे – बेटी तबस्सुम (5), बेटी गुलनाज (4) और बेटा मुइन (2) – बिस्तर पर मृत पाए गए। पति रोज अली (34) का शव पंखे से लटका हुआ मिला, जिसे बाद में नीचे उतारा गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, रोज अली अपने परिवार के साथ मुंबई में रहकर मजदूरी करता था। बताया जा रहा है कि मुंबई में रोज अली की पत्नी शहनाज किसी से फोन पर बात करती थी, जिसे लेकर पति-पत्नी के बीच अक्सर विवाद होता था। लोगों का मानना है कि इसी बात से गुस्सा होकर पति ने इस पूरी घटना को अंजाम दिया होगा। हालांकि, रोज अली के परिवार ने पत्नी के फोन पर किसी से बात करने का कोई जिक्र नहीं किया है। रोज अली अपने पिता शमसुल की पहली पत्नी खातूना बेगम का बेटा था। उसके दो बड़े भाई शहजाद हुसैन और मोहम्मद हुसैन के साथ दो छोटी बहनें भी हैं। रोज अली की माँ खातून बेगम की मौत के बाद पिता ने फातिमा बेगम से दूसरी शादी की थी। फातिमा बेगम के चार बेटे और दो बेटियाँ हैं। कुछ समय बाद रोज अली के पिता शमसुल का भी निधन हो गया। अब केवल उसकी सौतेली माँ फातिमा बेगम जीवित हैं। फातिमा बेगम के कुछ बेटे भी मुंबई में रहते हैं.
रोज अली और उसके दोनों भाई भी मुंबई में परिवार समेत रहकर काम करते थे। वह एक हफ्ते पहले अपनी सौतेली बहन रुबीना का रिश्ता देखने के लिए सीताद्वार मेले के दौरान घर आया था। स्थानीय लोगों का कहना है कि रोज अली ने बताया था कि वह चार-पाँच दिन बाद काम के सिलसिले में परिवार के साथ वापस मुंबई लौट जाएगा। सौतेली बहन रुबीना का कहना है कि उसकी भतीजी तबस्सुम बृहस्पतिवार रात्रि उसी के पास सोई थी,जिसे रोज अली कमरे मे ले गया।









