डुमरियागंज/भनवापुर। ऑनलाइन हाजिरी की अनिवार्यता और गैर-विभागीय कार्यों के अत्यधिक बोझ के विरोध में पंचायत सचिवों का सत्याग्रह आंदोलन सोमवार को और तेज हो गया। ग्राम विकास अधिकारी एसोसिएशन और ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के प्रादेशिक नेतृत्व के आह्वान पर चल रहे इस आंदोलन के चौथे चरण में ब्लॉक के सभी ग्राम पंचायत सचिवों ने सामूहिक रूप से अपने डोंगल सहायक विकास अधिकारी पंचायत कार्यालय में जमा कर दिए। ब्लॉक अध्यक्ष विवेक कुशवाहा के नेतृत्व में सचिवों ने एडीओ पंचायत कार्यालय पहुंचकर अपने डोंगल सौंपे। उन्होंने ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था और गैर-विभागीय कार्यों के अनुचित दबाव के प्रति कड़ा विरोध दर्ज कराया। सचिवों ने तर्क दिया कि मोबाइल सिम और ईमेल आईडी उनकी निजी संपत्ति हैं, और उन पर अव्यावहारिक व्यवस्था थोपना उचित नहीं है। विरोध स्वरूप, सचिवों ने घोषणा की कि सोमवार को किसी भी प्रकार का ऑनलाइन भुगतान नहीं किया जाएगा। उनका कहना है कि अत्यधिक ऑनलाइन औपचारिकताओं और असंगत अतिरिक्त कार्यों के कारण जमीनी स्तर पर विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में बाधा आ रही है और वास्तविक फील्ड कार्य प्रभावित हो रहे हैं। विवेक कुशवाहा ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन पूर्णतः शांतिपूर्ण और गांधीवादी सत्याग्रह है। इसका उद्देश्य किसी भी विभागीय कार्य को ठप करना नहीं, बल्कि सरकार का ध्यान उनकी समस्याओं की ओर आकर्षित करना है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी सचिव पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ अपने विभागीय दायित्वों का निर्वहन करते रहेंगे। कुशवाहा ने कहा कि यह सत्याग्रह नैसर्गिक, तर्कसंगत और न्यायपूर्ण मांगों के समर्थन में किया गया है, ताकि सरकार इन पर गंभीरता से विचार कर आवश्यक आदेश जारी करे। इस विरोध प्रदर्शन में प्रतीक रावत, प्रभाकर सोनी, अमित तिवारी, नीरज और अमित सहित कई अन्य सचिव मौजूद रहे।
सिद्धार्थनगर में ऑनलाइन हाजिरी का विरोध:सत्याग्रह आंदोलन तेज, पंचायत सचिवों ने डोंगल सौंपे
डुमरियागंज/भनवापुर। ऑनलाइन हाजिरी की अनिवार्यता और गैर-विभागीय कार्यों के अत्यधिक बोझ के विरोध में पंचायत सचिवों का सत्याग्रह आंदोलन सोमवार को और तेज हो गया। ग्राम विकास अधिकारी एसोसिएशन और ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के प्रादेशिक नेतृत्व के आह्वान पर चल रहे इस आंदोलन के चौथे चरण में ब्लॉक के सभी ग्राम पंचायत सचिवों ने सामूहिक रूप से अपने डोंगल सहायक विकास अधिकारी पंचायत कार्यालय में जमा कर दिए। ब्लॉक अध्यक्ष विवेक कुशवाहा के नेतृत्व में सचिवों ने एडीओ पंचायत कार्यालय पहुंचकर अपने डोंगल सौंपे। उन्होंने ऑनलाइन हाजिरी व्यवस्था और गैर-विभागीय कार्यों के अनुचित दबाव के प्रति कड़ा विरोध दर्ज कराया। सचिवों ने तर्क दिया कि मोबाइल सिम और ईमेल आईडी उनकी निजी संपत्ति हैं, और उन पर अव्यावहारिक व्यवस्था थोपना उचित नहीं है। विरोध स्वरूप, सचिवों ने घोषणा की कि सोमवार को किसी भी प्रकार का ऑनलाइन भुगतान नहीं किया जाएगा। उनका कहना है कि अत्यधिक ऑनलाइन औपचारिकताओं और असंगत अतिरिक्त कार्यों के कारण जमीनी स्तर पर विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में बाधा आ रही है और वास्तविक फील्ड कार्य प्रभावित हो रहे हैं। विवेक कुशवाहा ने स्पष्ट किया कि यह आंदोलन पूर्णतः शांतिपूर्ण और गांधीवादी सत्याग्रह है। इसका उद्देश्य किसी भी विभागीय कार्य को ठप करना नहीं, बल्कि सरकार का ध्यान उनकी समस्याओं की ओर आकर्षित करना है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी सचिव पूरी निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ अपने विभागीय दायित्वों का निर्वहन करते रहेंगे। कुशवाहा ने कहा कि यह सत्याग्रह नैसर्गिक, तर्कसंगत और न्यायपूर्ण मांगों के समर्थन में किया गया है, ताकि सरकार इन पर गंभीरता से विचार कर आवश्यक आदेश जारी करे। इस विरोध प्रदर्शन में प्रतीक रावत, प्रभाकर सोनी, अमित तिवारी, नीरज और अमित सहित कई अन्य सचिव मौजूद रहे।









































