सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह पर हुए जानलेवा हमले में प्रयुक्त फॉरच्यूनर को पुलिस ने लावारिस हालत में बरामद कर लिया है। यह वाहन राप्ती नदी पुल की पीच रोड के पास से मिला है। इस घटना ने जिले ही नहीं, बल्कि प्रदेश की राजनीति में भी हलचल मचा दी थी। यह घटना 2 दिसंबर की रात करीब 8:20 बजे की है। पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह लखनऊ से डुमरियागंज लौट रहे थे। सोनहटी चौराहा पार करने के बाद एक अज्ञात फॉर्च्यूनर वाहन ने उनकी गाड़ी का पीछा शुरू कर दिया। आरोप है कि सोनहटी और बंजरहा के बीच फॉर्च्यूनर सवारों ने दो बार तेज रफ्तार में ओवरटेक कर उनकी गाड़ी को सड़क से नीचे खाई में धकेलने का प्रयास किया। इस दौरान पूर्व विधायक, उनके चालक और सुरक्षाकर्मियों की जान खतरे में पड़ गई। लेकिन चालक की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। घटना के बाद चालक की तहरीर पर थाना डुमरियागंज में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने तत्काल जांच शुरू कर दी। सोमवार को मुखबिर की सूचना पर उपनिरीक्षक अजय कुमार तिवारी, कॉन्स्टेबल राहुल यादव और जयहिंद राजभर की टीम ने कार्रवाई करते हुए हमले में प्रयुक्त फॉर्च्यूनर (वाहन संख्या MH 02 FK 1100) को राप्ती नदी पुल पीच रोड के पास से लावारिस अवस्था में बरामद कर लिया। प्रभारी निरीक्षक श्रीप्रकाश यादव ने बताया कि मामला गंभीर प्रकृति का है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की पहचान में जुटी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा। पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह को क्षेत्र में एक मुखर हिंदूवादी नेता के रूप में जाना जाता है। उन पर हुए इस हमले के बाद समर्थकों में आक्रोश है और क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं जारी हैं। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि यह घटना मात्र सड़क पर हुई आपराधिक वारदात है या इसके पीछे कोई गहरी साजिश है।
सिद्धार्थनगर में पूर्व विधायक पर हमले में प्रयोग फॉरच्यूनर बरामद:राप्ती नदी पुल पीच रोड के पास से लावारिस अवस्था में मिली, पुलिस जांच में जुटी
सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज के पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह पर हुए जानलेवा हमले में प्रयुक्त फॉरच्यूनर को पुलिस ने लावारिस हालत में बरामद कर लिया है। यह वाहन राप्ती नदी पुल की पीच रोड के पास से मिला है। इस घटना ने जिले ही नहीं, बल्कि प्रदेश की राजनीति में भी हलचल मचा दी थी। यह घटना 2 दिसंबर की रात करीब 8:20 बजे की है। पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह लखनऊ से डुमरियागंज लौट रहे थे। सोनहटी चौराहा पार करने के बाद एक अज्ञात फॉर्च्यूनर वाहन ने उनकी गाड़ी का पीछा शुरू कर दिया। आरोप है कि सोनहटी और बंजरहा के बीच फॉर्च्यूनर सवारों ने दो बार तेज रफ्तार में ओवरटेक कर उनकी गाड़ी को सड़क से नीचे खाई में धकेलने का प्रयास किया। इस दौरान पूर्व विधायक, उनके चालक और सुरक्षाकर्मियों की जान खतरे में पड़ गई। लेकिन चालक की सूझबूझ से बड़ा हादसा टल गया। घटना के बाद चालक की तहरीर पर थाना डुमरियागंज में मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने तत्काल जांच शुरू कर दी। सोमवार को मुखबिर की सूचना पर उपनिरीक्षक अजय कुमार तिवारी, कॉन्स्टेबल राहुल यादव और जयहिंद राजभर की टीम ने कार्रवाई करते हुए हमले में प्रयुक्त फॉर्च्यूनर (वाहन संख्या MH 02 FK 1100) को राप्ती नदी पुल पीच रोड के पास से लावारिस अवस्था में बरामद कर लिया। प्रभारी निरीक्षक श्रीप्रकाश यादव ने बताया कि मामला गंभीर प्रकृति का है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और अन्य तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों की पहचान में जुटी है। उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा। पूर्व विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह को क्षेत्र में एक मुखर हिंदूवादी नेता के रूप में जाना जाता है। उन पर हुए इस हमले के बाद समर्थकों में आक्रोश है और क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं जारी हैं। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि यह घटना मात्र सड़क पर हुई आपराधिक वारदात है या इसके पीछे कोई गहरी साजिश है।









































