श्रावस्ती कृषि विभाग ने सभी किसानों से फार्मर रजिस्ट्री बनवाने की अपील की है। विभाग के अनुसार, फार्मर रजिस्ट्री किसानों की डिजिटल पहचान है, जो उन्हें सरकारी योजनाओं का सहज और शीघ्र लाभ प्राप्त करने में सहायक होगी। यह किसानों के अभिलेखों की डिजिटल पहचान के लिए भी आवश्यक है। जनपद में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के कुल 1,96,459 लाभार्थियों में से अब तक 1,20,427 लाभार्थियों की फार्मर रजिस्ट्री बन चुकी है। रजिस्ट्री बनाने के लिए ग्राम पंचायतों में कृषि विभाग, राजस्व विभाग, रोजगार सेवक और पंचायत सहायकों के माध्यम से शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। किसान इन शिविरों में जन सेवा केंद्र, कृषि विभाग या राजस्व विभाग के कर्मचारियों की मदद से अपनी फार्मर रजिस्ट्री बनवा सकते हैं। फार्मर रजिस्ट्री के लिए आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, बैंक पासबुक की छायाप्रति, भूमि से संबंधित दस्तावेज (खतौनी नकल) और मोबाइल नंबर शामिल हैं। फार्मर रजिस्ट्री से किसानों को कई लाभ मिलेंगे। इसमें विभिन्न सरकारी योजनाओं का सत्यापन के बिना लाभ प्राप्त करना, न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कृषि उत्पादों की बिक्री में सरलीकरण, फसल नुकसान की स्थिति में (फसल बीमा योजना के तहत) क्षतिपूर्ति प्राप्त करने में सुविधा, प्रत्येक कृषक की अपनी डिजिटल पहचान और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ प्राप्त करने में आसानी शामिल है। ग्राम स्तर पर रोजगार सेवक, पंचायत सहायक और कोटेदार फार्मर रजिस्ट्री बनवाने में किसानों की सहायता करेंगे। वे जनसेवा केंद्र, कृषि विभाग या राजस्व विभाग के क्षेत्रीय कर्मचारियों के माध्यम से किसानों की रजिस्ट्री तैयार कराने में मदद करेंगे। इसके अतिरिक्त, ग्राम पंचायत के प्रधानों को भी अपने ग्राम पंचायत के किसानों को फार्मर रजिस्ट्री बनवाने के लिए प्रेरित करने को कहा गया है।








