श्रावस्ती जिले में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पुलिस प्रशासन ने रविवार को ‘मिशन शक्ति 5.0’ के तहत एक व्यापक अभियान चलाया। पुलिस अधीक्षक राहुल भाटी के निर्देश पर जिले के लगभग 10 विभिन्न स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिनमें लगभग 1100 महिलाओं ने हिस्सा लिया। इस अभियान में जिले के सभी 9 थानों—भिनगा, सिरसिया, मल्हीपुर, हरदत्तनगर गिरंट, सोनवा, गिलौला, इकौना, नवीन मॉडर्न, महिला थाना—और शक्ति मोबाइल टीम ने सक्रिय भूमिका निभाई। गांवों और कस्बों में हुए इन कार्यक्रमों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, आशा बहुओं, गृहिणियों और स्थानीय महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की। आयोजित कार्यक्रमों में बहू-बेटी सम्मेलन, संवाद गोष्ठियाँ, जागरूकता सत्र और आत्मरक्षा प्रदर्शन प्रमुख रहे। पुलिस की महिला टीमों ने प्रतिभागियों को आत्मरक्षा की तकनीकें, साइबर अपराध से बचाव के तरीके, सोशल मीडिया का सुरक्षित उपयोग, गुड टच-बैड टच की पहचान, यातायात नियमों और उनके संवैधानिक अधिकारों के बारे में सरल भाषा में जानकारी प्रदान की। इसके अतिरिक्त, महिलाओं को प्रदेश सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, सामूहिक विवाह योजना, नारी शक्ति वंदन अधिनियम, रानी लक्ष्मीबाई सम्मान कोष और निराश्रित महिला पेंशन योजना के बारे में भी अवगत कराया गया। उन्हें इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित किया गया। मिशन शक्ति टीमों द्वारा आत्मरक्षा के व्यवहारिक अभ्यास भी कराए गए, जिनमें महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। पुलिस ने थानों पर स्थापित मिशन शक्ति केंद्रों की जानकारी दी और आवश्यक हेल्पलाइन नंबर जैसे 1930, 1090, 181, 112, 108, 1098, 102 और 1076 भी साझा किए। कार्यक्रम के दौरान यह संदेश बार-बार दोहराया गया कि ‘स्वयं पर विश्वास ही नारी की सबसे बड़ी शक्ति है’। श्रावस्ती पुलिस का यह अभियान जिले में नारी सुरक्षा और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। मिशन शक्ति फेज-5.0 के माध्यम से पुलिस ने यह स्पष्ट संदेश दिया है कि ‘जब बहू-बेटी जागरूक होगी, तभी समाज सुरक्षित, मजबूत और सशक्त बनेगा’।










