4 PHC में डॉक्टर नहीं,फार्मासिस्ट के भरोसे चला आरोग्य मेला:इटवा-खुनियांव के 10 केंद्रों पर 265 मरीजों का परीक्षण

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सिद्धार्थनगर जिले के इटवा और खुनियांव विकास खंडों में रविवार को मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का आयोजन किया गया। सुबह 10 बजे से सायं 4 बजे तक चले इस कार्यक्रम के दौरान 10 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) पर कुल 265 रोगियों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर दवाएं वितरित की गईं। हालांकि, चिकित्सकों की कमी ने इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए। जानकारी के अनुसार, कुल 10 पीएचसी में से केवल 6 अस्पतालों में ही डॉक्टरों की तैनाती थी। शेष 4 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य सेवाएं फार्मासिस्टों के भरोसे संचालित हुईं। मेले में जुकाम, बुखार और अन्य मौसमी बीमारियों के सर्वाधिक मरीज देखे गए। इटवा ब्लॉक क्षेत्र के चार अस्पतालों में कुल 129 लोगों की सेहत जांची गई। झकहिया पीएचसी पर 52 मरीज पहुंचे, जहां पहले दो डॉक्टर थे, लेकिन अब सारी व्यवस्था फार्मासिस्ट गणेश दूबे संभाल रहे थे। इसी तरह, जिगिना पीएचसी पर डॉ. संजीव ने 33, कठेला में डॉ. विकास त्रिपाठी ने 23 और भदोखर पीएचसी में फार्मासिस्ट विजय सिंह ने 21 रोगियों का परीक्षण किया। खुनियांव विकास खंड क्षेत्र में कुल 136 मरीजों की सेहत जांची गई। बढ़या पीएचसी पर डॉ. देवव्रत और फार्मासिस्ट राजा राम पाण्डेय ने 31 रोगियों को देखा। बल्लीजोत में डॉ. आरती यादव ने 24, मिठौवा में डॉ. संजय गुप्ता ने 25, धोबहा में फार्मासिस्ट आलोक गुप्ता ने 26, पचमोहनी में डॉ. अमरेंद्र चौरसिया ने 20 और मधवापुर कला में परमात्मा गुप्ता ने 15 रोगियों की जांच की। बल्लीजोत पीएचसी पर खुनियांव अधीक्षक डॉ. पीएन यादव ने आरोग्य मेले का निरीक्षण किया। उन्होंने मरीजों की संख्या और दवाओं की उपलब्धता की जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिए। डॉ. यादव ने मरीजों को ठंड के मौसम में अपनी सेहत को लेकर सतर्कता बरतने की भी सलाह दी।
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