नौतनवा विकासखण्ड की खैराटी ग्राम पंचायत में दैनिक भास्कर की टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान कई हैंडपंप खराब पाए गए। दस्तावेजों के अनुसार, ग्राम पंचायत निधि से 15 मार्च को 1 लाख 58 हजार रुपये हैंडपंपों के रिबोर के लिए निकाले गए थे। निरीक्षण में गांव के कई हैंडपंप जर्जर, खराब और वर्षों से बिना मरम्मत के मिले। सरिता के घर के सामने का हैंडपंप भी अत्यंत खराब स्थिति में पाया गया। सरिता ने बताया कि यह हैंडपंप 10 वर्ष पुराना है और इसका रिबोर पूर्व प्रधान के कार्यकाल में हुआ था। पिछले दो वर्षों से यह हैंडपंप खराब पड़ा है और इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि बार-बार ग्राम प्रधान से शिकायत करने के बावजूद हैंडपंप को दुरुस्त नहीं करवाया जा रहा है। इसी तरह, राजकुमार के घर के सामने का हैंडपंप भी दो वर्षों से खराब पड़ा है। ग्रामीण राजकुमार ने बताया कि जानकारी देने पर भी हैंडपंप ठीक नहीं हुआ, जिससे उन्हें मजबूरन घर के निजी नल का 40 फुट गहरा दूषित जल पीना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत सचिव भी नियमित रूप से ग्राम सभा में देखरेख के लिए नहीं आते हैं। हाल ही में जिलाधिकारी संतोष शर्मा ने ग्राम चौपाल लगाकर सभी ग्राम पंचायत सचिवों को अपने हल्का के ग्राम सभाओं में नियमित रूप से जाने का निर्देश दिया था। हालांकि, ऐसा प्रतीत होता है कि निचले क्रम के अधिकारी जिलाधिकारी के निर्देशों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। ग्रामीण अनुज राय ने बताया कि ग्राम पंचायत के अधिकतर हैंडपंप खराब हैं; कागजों में हैंडपंप दिखाकर पैसे तो निकाल लिए जाते हैं, लेकिन धरातल पर कोई काम नहीं होता। ग्राम प्रधान से बातचीत किया गया तो ग्राम प्रधान ने अपने ऊपर आरोप गलत बताया। नौतनवा विकासखंड के अधिकारी अमित मिश्रा का कहना है कि इस तरीके की शिकायत मिली है जांच कर कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
नौतनवा के खैराटी में हैंडपंप खराब: कागजों में लाखों खर्च, अधिकारी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन – Nautanwa(Nautanwa) News
नौतनवा विकासखण्ड की खैराटी ग्राम पंचायत में दैनिक भास्कर की टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान कई हैंडपंप खराब पाए गए। दस्तावेजों के अनुसार, ग्राम पंचायत निधि से 15 मार्च को 1 लाख 58 हजार रुपये हैंडपंपों के रिबोर के लिए निकाले गए थे। निरीक्षण में गांव के कई हैंडपंप जर्जर, खराब और वर्षों से बिना मरम्मत के मिले। सरिता के घर के सामने का हैंडपंप भी अत्यंत खराब स्थिति में पाया गया। सरिता ने बताया कि यह हैंडपंप 10 वर्ष पुराना है और इसका रिबोर पूर्व प्रधान के कार्यकाल में हुआ था। पिछले दो वर्षों से यह हैंडपंप खराब पड़ा है और इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं है। ग्रामीणों ने बताया कि बार-बार ग्राम प्रधान से शिकायत करने के बावजूद हैंडपंप को दुरुस्त नहीं करवाया जा रहा है। इसी तरह, राजकुमार के घर के सामने का हैंडपंप भी दो वर्षों से खराब पड़ा है। ग्रामीण राजकुमार ने बताया कि जानकारी देने पर भी हैंडपंप ठीक नहीं हुआ, जिससे उन्हें मजबूरन घर के निजी नल का 40 फुट गहरा दूषित जल पीना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत सचिव भी नियमित रूप से ग्राम सभा में देखरेख के लिए नहीं आते हैं। हाल ही में जिलाधिकारी संतोष शर्मा ने ग्राम चौपाल लगाकर सभी ग्राम पंचायत सचिवों को अपने हल्का के ग्राम सभाओं में नियमित रूप से जाने का निर्देश दिया था। हालांकि, ऐसा प्रतीत होता है कि निचले क्रम के अधिकारी जिलाधिकारी के निर्देशों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। ग्रामीण अनुज राय ने बताया कि ग्राम पंचायत के अधिकतर हैंडपंप खराब हैं; कागजों में हैंडपंप दिखाकर पैसे तो निकाल लिए जाते हैं, लेकिन धरातल पर कोई काम नहीं होता। ग्राम प्रधान से बातचीत किया गया तो ग्राम प्रधान ने अपने ऊपर आरोप गलत बताया। नौतनवा विकासखंड के अधिकारी अमित मिश्रा का कहना है कि इस तरीके की शिकायत मिली है जांच कर कर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।





























