बहराइच के विशेश्वरगंज स्थित सेमरौना उपकेंद्र में आयुष्मान आरोग्य मंदिर की वर्चुअल जांच की गई। यह जांच भारत सरकार के राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) कार्यक्रम के तहत की गई, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाना है। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा संचालित यह कार्यक्रम जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने तथा बेहतर प्रदर्शन करने वाली सुविधाओं को मान्यता देने पर केंद्रित है। वर्चुअल मूल्यांकन के दौरान उपकेंद्र पर उपलब्ध सेवाओं, अभिलेखों, साफ-सफाई, मरीजों को दी जा रही सुविधाओं और निर्धारित मानकों के अनुपालन की गहन समीक्षा की गई। जांच के समय राजकुमारी मौर्य (एएनएम), विनीता, आशा संगिनी कांति देवी शुक्ला सहित सभी आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां उपस्थित रहीं। इसके अतिरिक्त, संजीव ठाकुर, शिवम, सौरभ, रागिनी, कोमल और रचना ने भी उपस्थित रहकर टीम को आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने में सहयोग किया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि एनक्वास कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।
सेमरौना उपकेंद्र में आरोग्य मंदिर की वर्चुअल जांच हुई: NQAS कार्यक्रम के तहत भारत सरकार ने की गुणवत्ता समीक्षा – Puraina(Payagpur) News
बहराइच के विशेश्वरगंज स्थित सेमरौना उपकेंद्र में आयुष्मान आरोग्य मंदिर की वर्चुअल जांच की गई। यह जांच भारत सरकार के राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) कार्यक्रम के तहत की गई, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाना है। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा संचालित यह कार्यक्रम जिला अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, ग्रामीण स्वास्थ्य केंद्रों और आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ाने तथा बेहतर प्रदर्शन करने वाली सुविधाओं को मान्यता देने पर केंद्रित है। वर्चुअल मूल्यांकन के दौरान उपकेंद्र पर उपलब्ध सेवाओं, अभिलेखों, साफ-सफाई, मरीजों को दी जा रही सुविधाओं और निर्धारित मानकों के अनुपालन की गहन समीक्षा की गई। जांच के समय राजकुमारी मौर्य (एएनएम), विनीता, आशा संगिनी कांति देवी शुक्ला सहित सभी आशा कार्यकर्ता और आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां उपस्थित रहीं। इसके अतिरिक्त, संजीव ठाकुर, शिवम, सौरभ, रागिनी, कोमल और रचना ने भी उपस्थित रहकर टीम को आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने में सहयोग किया। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि एनक्वास कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं।









































