बस्ती जिले के बहादुरपुर विकासखंड अंतर्गत गोबिंदापुर ग्राम पंचायत के महुआडाबर स्थित सैयद अब्दुल लतीफ शाह बाबा मजार पर बना सामुदायिक शौचालय बदहाल स्थिति में है। इस प्रमुख आस्था स्थल पर शौचालय की दयनीय हालत के कारण श्रद्धालुओं को खुले में शौच करने पर मजबूर होना पड़ रहा है। सैयद अब्दुल लतीफ शाह बाबा की यह मजार हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लिए आस्था का केंद्र है। प्रत्येक बृहस्पतिवार को यहां हजारों की संख्या में श्रद्धालु अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं। इतनी बड़ी संख्या में आने वाले लोगों के लिए सामुदायिक शौचालय जैसी बुनियादी सुविधा का बदहाल होना एक गंभीर समस्या बन गया है। जियारत के लिए आए फरहान खान ने बताया कि शौचालय के अंदर अत्यधिक गंदगी थी, जिसके कारण उन्हें नाक बंद करनी पड़ी। उन्होंने कहा कि शौचालय की खराब हालत के चलते उन्हें खुले में शौच करना पड़ा, जो सरकार की स्वच्छता मुहिम पर सवाल उठाता है। चरकेला निवासी वृद्ध अब्बुलहसम ने अपनी परेशानी साझा करते हुए कहा कि उनके लिए दूर खुले में शौच जाना मुश्किल है, लेकिन शौचालय की गंदगी के कारण वे उसका उपयोग नहीं कर पाए। उन्होंने आरोप लगाया कि यहां नियमित सफाई नहीं होती और कोई निगरानी नहीं करता। अब्बास पठान ने शौचालय निर्माण में लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि काम अधूरा है, कई जगह टोंटियां नहीं लगी हैं और हाथ-पैर धोने की उचित व्यवस्था भी नहीं है। इस संबंध में ग्राम प्रधान नूर मोहम्मद से संपर्क किया गया। उन्होंने बताया कि केयर टेकर सफीकुन निशा द्वारा रोजाना साफ-सफाई की जाती है, लेकिन बृहस्पतिवार को श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ के कारण गंदगी बढ़ जाती है। प्रधान ने समस्या के शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया है। फिलहाल, इस प्रमुख आस्था स्थल पर सरकारी सुविधा की यह बदहाली स्वच्छ भारत मिशन और स्थानीय प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती है।









































