भारतभारी के वार्ड नंबर 14 मल्हवार स्थित गुरु गोरखनाथ मंदिर में सात दिवसीय रुद्र महायज्ञ एवं मानस विराट संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। मंगलवार रात श्रीराम कथा के चौथे दिन अयोध्या धाम से पधारे कथावाचक पंडित सियाराम पाण्डेय महाराज ने कहा कि भगवान श्रीराम रिश्तों के आदर्श हैं। पंडित सियाराम पाण्डेय ने बताया कि श्रीराम ने एक श्रेष्ठ राजा होने के साथ ही सत्य, दया, करुणा, धर्म और मर्यादा के मार्ग पर चलते हुए राज किया। इन्हीं गुणों के कारण उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है। उन्होंने आगे कहा कि श्रीराम ने जिससे भी मित्रता की, उससे अपना रिश्ता पूरे दिल से निभाया। एक महान राजा होते हुए भी उन्होंने हर जाति और वर्ग के व्यक्तियों के साथ मित्रता स्थापित की। केवट, सुग्रीव, निषादराज और विभीषण जैसे सभी मित्रों के लिए भगवान राम ने कई बार संकट झेले और अपनी सच्ची मित्रता का परिचय दिया। इस अवसर पर सत्य नारायण पाण्डेय, रविन्द्र शर्मा, प्रमोद श्रीवास्तव, शिव कुमार, रानू शर्मा, पिंटू पाण्डेय, गिरिराज, रिंकू पाण्डेय और राम केश शर्मा सहित कई लोग उपस्थित रहे।
भारतभारी में विराट संत सम्मेलन का आयोजन:पंडित रुद्र महायज्ञ में बताया, भगवान श्रीराम रिश्तों के आदर्श
भारतभारी के वार्ड नंबर 14 मल्हवार स्थित गुरु गोरखनाथ मंदिर में सात दिवसीय रुद्र महायज्ञ एवं मानस विराट संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। मंगलवार रात श्रीराम कथा के चौथे दिन अयोध्या धाम से पधारे कथावाचक पंडित सियाराम पाण्डेय महाराज ने कहा कि भगवान श्रीराम रिश्तों के आदर्श हैं। पंडित सियाराम पाण्डेय ने बताया कि श्रीराम ने एक श्रेष्ठ राजा होने के साथ ही सत्य, दया, करुणा, धर्म और मर्यादा के मार्ग पर चलते हुए राज किया। इन्हीं गुणों के कारण उन्हें मर्यादा पुरुषोत्तम कहा जाता है। उन्होंने आगे कहा कि श्रीराम ने जिससे भी मित्रता की, उससे अपना रिश्ता पूरे दिल से निभाया। एक महान राजा होते हुए भी उन्होंने हर जाति और वर्ग के व्यक्तियों के साथ मित्रता स्थापित की। केवट, सुग्रीव, निषादराज और विभीषण जैसे सभी मित्रों के लिए भगवान राम ने कई बार संकट झेले और अपनी सच्ची मित्रता का परिचय दिया। इस अवसर पर सत्य नारायण पाण्डेय, रविन्द्र शर्मा, प्रमोद श्रीवास्तव, शिव कुमार, रानू शर्मा, पिंटू पाण्डेय, गिरिराज, रिंकू पाण्डेय और राम केश शर्मा सहित कई लोग उपस्थित रहे।









































