बलरामपुर जनपद में रबी फसलों, विशेषकर गेहूं, तिलहनी और दलहनी फसलों में प्रथम टॉप ड्रेसिंग का कार्य तेजी से चल रहा है। प्रशासन ने किसानों को आश्वस्त किया है कि जनपद में उर्वरकों की किसी प्रकार की कमी नहीं है और पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। जनपद में उर्वरकों की उपलब्धता संबंधी आंकड़े भी जारी किए गए हैं। 16 दिसंबर 2025 तक यूरिया 18,353.790 मीट्रिक टन, डीएपी 4,511.145 मीट्रिक टन, एमओपी 140.550 मीट्रिक टन, एनपीके 1,990.850 मीट्रिक टन और सिंगल सुपर फास्फेट 15,148.950 मीट्रिक टन वितरित किया जा चुका था। वहीं, 17 दिसंबर 2025 को यूरिया 5,040.660 मीट्रिक टन, डीएपी 3,765.254 मीट्रिक टन, एमओपी 185.900 मीट्रिक टन, एनपीके 1,325.250 मीट्रिक टन तथा सिंगल सुपर फास्फेट 7,900.977 मीट्रिक टन उपलब्ध था। किसानों से अपील की गई है कि वे अपने आधार कार्ड और खतौनी के साथ बोई गई फसल के अनुसार ही संस्तुत मात्रा में उर्वरक खरीदें। प्रशासन ने आवश्यकता से अधिक उर्वरक खरीदने से बचने की सलाह दी है, क्योंकि जनपद में उर्वरकों की आपूर्ति लगातार बनी हुई है। सभी थोक और खुदरा उर्वरक विक्रेताओं के साथ-साथ साधन सहकारी समितियों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं। यदि यूरिया के साथ किसी अन्य उत्पाद की टैगिंग या निर्धारित दर से अधिक मूल्य पर बिक्री की शिकायत मिलती है, तो संबंधित के विरुद्ध उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 और आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसानों की सुविधा और उर्वरक संबंधी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए जिला कृषि अधिकारी कार्यालय, बलरामपुर में एक उर्वरक समस्या समाधान कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। किसान अपनी समस्याओं के समाधान के लिए सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक मोबाइल नंबर 7839882250 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, जिला कृषि अधिकारी (9412302357), सहायक आयुक्त/सहायक निबंधक सहकारिता (9648433733) और उप कृषि निदेशक (9984797784) से भी संपर्क किया जा सकता है।
बलरामपुर में रबी फसलों की टॉप ड्रेसिंग जारी:जनपद में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित
बलरामपुर जनपद में रबी फसलों, विशेषकर गेहूं, तिलहनी और दलहनी फसलों में प्रथम टॉप ड्रेसिंग का कार्य तेजी से चल रहा है। प्रशासन ने किसानों को आश्वस्त किया है कि जनपद में उर्वरकों की किसी प्रकार की कमी नहीं है और पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। जनपद में उर्वरकों की उपलब्धता संबंधी आंकड़े भी जारी किए गए हैं। 16 दिसंबर 2025 तक यूरिया 18,353.790 मीट्रिक टन, डीएपी 4,511.145 मीट्रिक टन, एमओपी 140.550 मीट्रिक टन, एनपीके 1,990.850 मीट्रिक टन और सिंगल सुपर फास्फेट 15,148.950 मीट्रिक टन वितरित किया जा चुका था। वहीं, 17 दिसंबर 2025 को यूरिया 5,040.660 मीट्रिक टन, डीएपी 3,765.254 मीट्रिक टन, एमओपी 185.900 मीट्रिक टन, एनपीके 1,325.250 मीट्रिक टन तथा सिंगल सुपर फास्फेट 7,900.977 मीट्रिक टन उपलब्ध था। किसानों से अपील की गई है कि वे अपने आधार कार्ड और खतौनी के साथ बोई गई फसल के अनुसार ही संस्तुत मात्रा में उर्वरक खरीदें। प्रशासन ने आवश्यकता से अधिक उर्वरक खरीदने से बचने की सलाह दी है, क्योंकि जनपद में उर्वरकों की आपूर्ति लगातार बनी हुई है। सभी थोक और खुदरा उर्वरक विक्रेताओं के साथ-साथ साधन सहकारी समितियों को भी सख्त निर्देश दिए गए हैं। यदि यूरिया के साथ किसी अन्य उत्पाद की टैगिंग या निर्धारित दर से अधिक मूल्य पर बिक्री की शिकायत मिलती है, तो संबंधित के विरुद्ध उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 और आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी। किसानों की सुविधा और उर्वरक संबंधी समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए जिला कृषि अधिकारी कार्यालय, बलरामपुर में एक उर्वरक समस्या समाधान कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। किसान अपनी समस्याओं के समाधान के लिए सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक मोबाइल नंबर 7839882250 पर संपर्क कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, जिला कृषि अधिकारी (9412302357), सहायक आयुक्त/सहायक निबंधक सहकारिता (9648433733) और उप कृषि निदेशक (9984797784) से भी संपर्क किया जा सकता है।









































