बलरामपुर के सादुल्लाह नगर रेंज स्थित इटई अब्दुल्ला गांव में उस समय हड़कंप मच गया, जब जंगल से निकलकर तीन विशाल अजगर प्राथमिक विद्यालय और आसपास के खेतों में देखे गए। दोपहर में अजगरों की मौजूदगी से ग्रामीणों में दहशत फैल गई। जंगल से सटे खेतों और आबादी के नजदीक अजगरों के दिखने की खबर तेजी से फैली। बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जमा हो गए। बच्चों और मवेशियों की सुरक्षा को लेकर ग्रामीणों में चिंता बढ़ गई, जिससे कुछ समय के लिए गांव की सामान्य गतिविधियां भी रुक गईं। सूचना मिलने पर वन विभाग तुरंत हरकत में आया। रेंजर वीरेंद्र तिवारी के निर्देश पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने क्षेत्र की घेराबंदी कर रेस्क्यू अभियान शुरू किया। विशेषज्ञ कर्मचारियों की सहायता से अजगरों को सुरक्षित पकड़कर वापस जंगल में छोड़ने की प्रक्रिया जारी है। रेंजर वीरेंद्र तिवारी ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं। उन्होंने अजगरों के पास जाने या उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश न करने की सलाह दी। रेस्क्यू अभियान पूरा होने तक ग्रामीणों को सतर्क रहने, बच्चों को घरों में रखने और मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर बांधने के निर्देश दिए गए हैं। वन विभाग की टीम लगातार मौके पर मौजूद है और स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है। ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया है कि रेस्क्यू अभियान जल्द ही सफलतापूर्वक पूरा कर लिया जाएगा, जिससे गांव में सामान्य जनजीवन बहाल हो सके।
बलरामपुर में जंगल से निकले 3 अजगर, ग्रामीणों में दहशत:स्कूल और खेत के पास दिखा, वन विभाग का रेस्क्यू जारी
बलरामपुर के सादुल्लाह नगर रेंज स्थित इटई अब्दुल्ला गांव में उस समय हड़कंप मच गया, जब जंगल से निकलकर तीन विशाल अजगर प्राथमिक विद्यालय और आसपास के खेतों में देखे गए। दोपहर में अजगरों की मौजूदगी से ग्रामीणों में दहशत फैल गई। जंगल से सटे खेतों और आबादी के नजदीक अजगरों के दिखने की खबर तेजी से फैली। बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर जमा हो गए। बच्चों और मवेशियों की सुरक्षा को लेकर ग्रामीणों में चिंता बढ़ गई, जिससे कुछ समय के लिए गांव की सामान्य गतिविधियां भी रुक गईं। सूचना मिलने पर वन विभाग तुरंत हरकत में आया। रेंजर वीरेंद्र तिवारी के निर्देश पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। टीम ने क्षेत्र की घेराबंदी कर रेस्क्यू अभियान शुरू किया। विशेषज्ञ कर्मचारियों की सहायता से अजगरों को सुरक्षित पकड़कर वापस जंगल में छोड़ने की प्रक्रिया जारी है। रेंजर वीरेंद्र तिवारी ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं। उन्होंने अजगरों के पास जाने या उन्हें नुकसान पहुंचाने की कोशिश न करने की सलाह दी। रेस्क्यू अभियान पूरा होने तक ग्रामीणों को सतर्क रहने, बच्चों को घरों में रखने और मवेशियों को सुरक्षित स्थान पर बांधने के निर्देश दिए गए हैं। वन विभाग की टीम लगातार मौके पर मौजूद है और स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है। ग्रामीणों को आश्वासन दिया गया है कि रेस्क्यू अभियान जल्द ही सफलतापूर्वक पूरा कर लिया जाएगा, जिससे गांव में सामान्य जनजीवन बहाल हो सके।









































