बजाज चीनी मिल रुधौली के इकाई प्रमुख डॉ. जेपी त्रिपाठी ने कई गन्ना केंद्रों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने किसानों की समस्याओं को सुना और उनके तत्काल समाधान के निर्देश दिए। निरीक्षण किए गए केंद्रों में करहली, कुसौरा, बहादुरपुर, गौसपुर, घोसियापुर, धींगरापुर, ओजी और नरहरपुर शामिल थे। डॉ. त्रिपाठी ने कहा कि चीनी मिल और गन्ना किसान एक-दूसरे के पूरक हैं। उन्होंने किसानों को आश्वस्त किया कि उनकी हर समस्या का तुरंत समाधान किया जाएगा। उन्होंने किसानों से साफ और ताजा गन्ना मिल को आपूर्ति करने का भी अनुरोध किया, जिससे चीनी मिल का उत्पादन बेहतर हो सके। इकाई प्रमुख ने बताया कि किसानों का भुगतान लगातार जारी है और चीनी मिल द्वारा किसान हित में कई लाभकारी योजनाएं शुरू की गई हैं, जिनका लाभ उठाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया गया। सीनियर गन्ना अधिकारी बाल सिंधु गगन पांडे ने किसानों से अधिक से अधिक क्षेत्रफल में गन्ने की बुवाई करने का आग्रह किया। उन्होंने बताया कि गन्ना एक नकदी फसल है, जिस पर प्राकृतिक आपदाओं और बाढ़ का असर नहीं होता, और इसमें लगाई गई लागत से अधिक उत्पादन प्राप्त होता है। पांडे ने यह भी कहा कि चीनी मिल का प्रयास है कि किसान कम लागत में अधिक उत्पादन कैसे प्राप्त करें। इसके लिए गांव-गांव में ग्राम कृषक गोष्ठियों का आयोजन कर किसानों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार की मंशा के अनुरूप किसानों को गन्ने के साथ सहफसली खेती करने की सलाह दी, जिससे उनकी आय दोगुनी हो सके। उन्होंने धनिया, पालक, मूली, शलजम, चुकंदर, बैंगन, राजमा, गोभी, टमाटर और आलू जैसी फसलों का उदाहरण दिया। उन किसानों के लिए जो पहली बार गन्ने की बुवाई करना चाहते हैं और आर्थिक रूप से कमजोर हैं, चीनी मिल द्वारा गन्ना बीज उपलब्ध कराया जाएगा। गन्ना बीज का भुगतान तोल पर्ची आने पर लिया जाएगा। ऐसे किसानों को अपना नाम गन्ना क्रय केंद्र पर दर्ज कराने को कहा गया, ताकि उन्हें समय पर बीज मिल सके। निरीक्षण के दौरान जोन इंचार्ज जगबीर शाही, क्षेत्रीय अधिकारी प्रवीण सिंह, रणजीत सिंह और फील्ड सुपरवाइजर मदन मोहन पांडे व लक्ष्मी उपाध्याय भी उपस्थित रहे।









































