बलरामपुर जनपद के पीएचसी कौवापुर में एक एएनएम ने चिकित्साधिकारी पर अभद्र व्यवहार और छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए चिकित्साधिकारी को पद से हटा दिया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है। एएनएम की शिकायत के अनुसार, यह घटना 13 नवंबर की रात करीब साढ़े 12 बजे हुई। उस समय एएनएम लेबर रूम में एक प्रसूता का उपचार कर रही थीं। आरोप है कि चिकित्सा अधिकारी डॉ. जय सिंह गौतम कथित तौर पर शराब के नशे में वहां पहुंचे और उनके साथ गाली-गलौज व दुर्व्यवहार किया। शिकायत में यह भी उल्लेख है कि विरोध करने पर डॉ. गौतम ने एएनएम को नौकरी से निकालने की धमकी दी। एएनएम ने इस संबंध में महराजगंज तराई थाने में भी तहरीर दी है। दूसरी ओर, डॉ. जय सिंह गौतम ने आरोपों से इनकार किया है। उनका कहना है कि एएनएम लेबर रूम में तीमारदार से पैसे मांग रही थीं, जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई थी। डॉ. गौतम के अनुसार, इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हुई और उन्हें बेबुनियाद आरोपों में फंसाया जा रहा है। जांच समिति में शामिल एसीएमओ और तुलसीपुर सीएचसी अधीक्षक ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर लिए हैं। सीएमओ डॉ. मुकेश कुमार रस्तोगी ने बताया कि मामले की जांच जारी है। जांच पूरी होने तक डॉ. जय सिंह गौतम को पीएचसी कौवापुर से हटा दिया गया है। सीएमओ ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
बलरामपुर के पीएचसी कौवापुर में एएनएम से अभद्रता के आरोप:चिकित्साधिकारी हटाए गए, तीन सदस्यीय समिति जांच में जुटी
बलरामपुर जनपद के पीएचसी कौवापुर में एक एएनएम ने चिकित्साधिकारी पर अभद्र व्यवहार और छेड़छाड़ के गंभीर आरोप लगाए हैं। इस मामले में स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई करते हुए चिकित्साधिकारी को पद से हटा दिया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) ने आरोपों की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति गठित की है। एएनएम की शिकायत के अनुसार, यह घटना 13 नवंबर की रात करीब साढ़े 12 बजे हुई। उस समय एएनएम लेबर रूम में एक प्रसूता का उपचार कर रही थीं। आरोप है कि चिकित्सा अधिकारी डॉ. जय सिंह गौतम कथित तौर पर शराब के नशे में वहां पहुंचे और उनके साथ गाली-गलौज व दुर्व्यवहार किया। शिकायत में यह भी उल्लेख है कि विरोध करने पर डॉ. गौतम ने एएनएम को नौकरी से निकालने की धमकी दी। एएनएम ने इस संबंध में महराजगंज तराई थाने में भी तहरीर दी है। दूसरी ओर, डॉ. जय सिंह गौतम ने आरोपों से इनकार किया है। उनका कहना है कि एएनएम लेबर रूम में तीमारदार से पैसे मांग रही थीं, जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई थी। डॉ. गौतम के अनुसार, इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हुई और उन्हें बेबुनियाद आरोपों में फंसाया जा रहा है। जांच समिति में शामिल एसीएमओ और तुलसीपुर सीएचसी अधीक्षक ने दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर लिए हैं। सीएमओ डॉ. मुकेश कुमार रस्तोगी ने बताया कि मामले की जांच जारी है। जांच पूरी होने तक डॉ. जय सिंह गौतम को पीएचसी कौवापुर से हटा दिया गया है। सीएमओ ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि आरोप सिद्ध होते हैं, तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।









































