बलरामपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. मुकेश कुमार रस्तोगी ने गुरुवार को शहर के तीन शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान स्वास्थ्य सेवाओं में गंभीर लापरवाही सामने आई। निरीक्षण में खलवा, भगवतीगंज और अचलापुर के स्वास्थ्य केंद्रों पर एएनएम शैलेंद्र राय, अंजलि, संविदा चिकित्सक डॉ. राघवेंद्र शर्मा, रजत शुक्ला और डॉ. पल्लवी मिश्रा अनुपस्थित पाए गए। सीएमओ ने सभी अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन रोकने और उनसे स्पष्टीकरण मांगने का आदेश दिया। अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भगवतीगंज में स्थिति अधिक गंभीर मिली। यहां न तो कोई पैथोलॉजी जांच हो रही थी और न ही वार्ड के कमरे खुले थे। पैथोलॉजी कक्ष में गंदगी देखकर सीएमओ ने इसे स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर अनदेखी बताया और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी तथा डॉ. राघवेंद्र शर्मा से जवाब तलब किया। डॉ. रस्तोगी ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों को निर्देश दिए कि मरीजों को नियमित और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि साफ-सफाई, जांच सुविधाओं और स्टाफ की उपस्थिति में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।निरीक्षण के दौरान जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) शिवेंद्र मणि त्रिपाठी भी उपस्थित थे।
बलरामपुर सीएमओ ने स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण किया:अनुपस्थित कर्मचारियों का रोका वेतन, स्पष्टीकरण मांगा
बलरामपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. मुकेश कुमार रस्तोगी ने गुरुवार को शहर के तीन शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान स्वास्थ्य सेवाओं में गंभीर लापरवाही सामने आई। निरीक्षण में खलवा, भगवतीगंज और अचलापुर के स्वास्थ्य केंद्रों पर एएनएम शैलेंद्र राय, अंजलि, संविदा चिकित्सक डॉ. राघवेंद्र शर्मा, रजत शुक्ला और डॉ. पल्लवी मिश्रा अनुपस्थित पाए गए। सीएमओ ने सभी अनुपस्थित कर्मचारियों का वेतन रोकने और उनसे स्पष्टीकरण मांगने का आदेश दिया। अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भगवतीगंज में स्थिति अधिक गंभीर मिली। यहां न तो कोई पैथोलॉजी जांच हो रही थी और न ही वार्ड के कमरे खुले थे। पैथोलॉजी कक्ष में गंदगी देखकर सीएमओ ने इसे स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर अनदेखी बताया और प्रभारी चिकित्सा अधिकारी तथा डॉ. राघवेंद्र शर्मा से जवाब तलब किया। डॉ. रस्तोगी ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों को निर्देश दिए कि मरीजों को नियमित और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने स्पष्ट किया कि साफ-सफाई, जांच सुविधाओं और स्टाफ की उपस्थिति में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।निरीक्षण के दौरान जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) शिवेंद्र मणि त्रिपाठी भी उपस्थित थे।









































