सीएचसी गिलौला में डॉक्टरों समेत कई पद खाली:हजारों मरीजों को इलाज में हो रही परेशानी

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श्रावस्ती जिले के गिलौला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में डॉक्टरों सहित कई महत्वपूर्ण पद खाली पड़े हैं। इसके चलते क्षेत्र के हजारों मरीजों को स्वास्थ्य सेवाओं में गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सीएचसी अधीक्षक दीपक शुक्ला के अनुसार, गिलौला में कुल सात चिकित्सकों के पद स्वीकृत हैं, लेकिन वर्तमान में केवल दो डॉक्टर ही कार्यरत हैं। शेष पद लंबे समय से रिक्त हैं। पहले यहां चार डॉक्टर थे, लेकिन हाल ही में दो का स्थानांतरण हो गया। अब ओपीडी और इमरजेंसी सेवाएं सिर्फ दो एमबीबीएस डॉक्टरों के भरोसे चल रही हैं। डॉक्टरों की इस कमी के कारण मरीजों को अक्सर बिना चिकित्सक के ही उपचार कराना पड़ता है। रात के समय स्थिति और गंभीर हो जाती है, जब कई बार डॉक्टर उपलब्ध नहीं होते। ऐसी स्थिति में फार्मासिस्ट के भरोसे ही मरीजों का इलाज किया जाता है, जिससे मरीजों को असुविधा होती है। फार्मासिस्ट के भी चार स्वीकृत पदों में से केवल दो ही कार्यरत हैं, जिससे दवा वितरण व्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। सीएचसी में सीबीसी, टीबी और शुगर जैसी कुछ जांचें उपलब्ध हैं, लेकिन एक्स-रे और अल्ट्रासाउंड जैसी महत्वपूर्ण सुविधाएं नहीं हैं। इन जांचों के लिए मरीजों को जिला अस्पताल या निजी केंद्रों पर जाना पड़ता है, जिससे उनका समय और धन दोनों खर्च होता है। प्रतिदिन सैकड़ों मरीज इलाज के लिए सीएचसी गिलौला पहुंचते हैं, लेकिन डॉक्टरों और आवश्यक सुविधाओं के अभाव में उन्हें संतोषजनक उपचार नहीं मिल पाता। क्षेत्रवासियों ने स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन से मांग की है कि सीएचसी गिलौला में रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरा जाए और एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड जैसी आवश्यक जांच सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।

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