जिलाधिकारी विपिन कुमार जैन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला शिक्षा-अनुश्रवण समिति की बैठक संपन्न हुई। इस दौरान जनपद के सभी परिषदीय विद्यालयों में आधारभूत सुविधाओं और विभिन्न शासकीय योजनाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में छात्राओं के लिए स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण आवासीय सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने छात्रावासों में भोजन की गुणवत्ता, स्वच्छता और स्वास्थ्य सुविधाओं को प्राथमिकता से सुदृढ़ करने पर जोर दिया। इसके अतिरिक्त, जिलाधिकारी ने जनपद के सभी परिषदीय, माध्यमिक और सहायता प्राप्त विद्यालयों में बेहतर शैक्षणिक वातावरण सुनिश्चित करने पर बल दिया। उन्होंने शिक्षकों की नियमित उपस्थिति, समय पर पाठ्यक्रम पूरा करने, विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर में सुधार और डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि शिक्षा की गुणवत्ता में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि नियमित निरीक्षण, प्रभावी अनुश्रवण और समय-समय पर समीक्षा के माध्यम से शैक्षणिक व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, उपायुक्त मनरेगा और सभी खंड शिक्षा अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
डीएम ने जिला शिक्षा अनुश्रवण समिति की बैठक की:विद्यालयों में सुविधाओं और योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की
जिलाधिकारी विपिन कुमार जैन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में जिला शिक्षा-अनुश्रवण समिति की बैठक संपन्न हुई। इस दौरान जनपद के सभी परिषदीय विद्यालयों में आधारभूत सुविधाओं और विभिन्न शासकीय योजनाओं की प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में छात्राओं के लिए स्वच्छ और गुणवत्तापूर्ण आवासीय सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने छात्रावासों में भोजन की गुणवत्ता, स्वच्छता और स्वास्थ्य सुविधाओं को प्राथमिकता से सुदृढ़ करने पर जोर दिया। इसके अतिरिक्त, जिलाधिकारी ने जनपद के सभी परिषदीय, माध्यमिक और सहायता प्राप्त विद्यालयों में बेहतर शैक्षणिक वातावरण सुनिश्चित करने पर बल दिया। उन्होंने शिक्षकों की नियमित उपस्थिति, समय पर पाठ्यक्रम पूरा करने, विद्यार्थियों के शैक्षणिक स्तर में सुधार और डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने के निर्देश दिए। बैठक में जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया कि शिक्षा की गुणवत्ता में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि नियमित निरीक्षण, प्रभावी अनुश्रवण और समय-समय पर समीक्षा के माध्यम से शैक्षणिक व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ किया जाएगा। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला विकास अधिकारी, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, उपायुक्त मनरेगा और सभी खंड शिक्षा अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।









































