बहराइच जिले के महसी तहसील अंतर्गत तेजवापुर ग्राम पंचायत के गजपतिपुर गांव में माइनर नहर कटने से सैकड़ों बीघे फसल जलमग्न हो गई है। इस घटना से मसूर, गेहूं, मटर और तेलहन जैसी फसलें पानी में डूब गईं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। प्रभावित किसानों में जाहिद खान, मुमताज खान, हकीमुद्दीन, अब्दुल रहमान और हरिराम जैसे कई किसान शामिल हैं। उन्होंने बताया कि उनकी मसूर, गेहूं, मटर और तेलहन की फसलें पूरी तरह से पानी में डूब गई हैं। घटना की सूचना ग्रामीणों ने तत्काल सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दी। हालांकि, अधिकारियों के मौके पर पहुंचने से पहले ही फसलों को काफी नुकसान हो चुका था। किसानों ने आरोप लगाया है कि यह हादसा सिंचाई विभाग की घोर लापरवाही के कारण हुआ है। किसानों ने बताया कि क्षेत्र में माइनर कटने और फसलों के जलमग्न होने के ऐसे मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें हुए नुकसान का उचित मुआवजा दिया जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
महसी के तेजवापुर में माइनर कटने से खेत जलमग्न: गजपतिपुर गांव में सैकड़ों बीघे मसूर, गेहूं, मटर और तेलहन की फसलें डूबीं – Tejwapur(Bahraich) News
बहराइच जिले के महसी तहसील अंतर्गत तेजवापुर ग्राम पंचायत के गजपतिपुर गांव में माइनर नहर कटने से सैकड़ों बीघे फसल जलमग्न हो गई है। इस घटना से मसूर, गेहूं, मटर और तेलहन जैसी फसलें पानी में डूब गईं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। प्रभावित किसानों में जाहिद खान, मुमताज खान, हकीमुद्दीन, अब्दुल रहमान और हरिराम जैसे कई किसान शामिल हैं। उन्होंने बताया कि उनकी मसूर, गेहूं, मटर और तेलहन की फसलें पूरी तरह से पानी में डूब गई हैं। घटना की सूचना ग्रामीणों ने तत्काल सिंचाई विभाग के अधिकारियों को दी। हालांकि, अधिकारियों के मौके पर पहुंचने से पहले ही फसलों को काफी नुकसान हो चुका था। किसानों ने आरोप लगाया है कि यह हादसा सिंचाई विभाग की घोर लापरवाही के कारण हुआ है। किसानों ने बताया कि क्षेत्र में माइनर कटने और फसलों के जलमग्न होने के ऐसे मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि उन्हें हुए नुकसान का उचित मुआवजा दिया जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।









































