सशस्त्र सीमा बल (SSB) की 59वीं वाहिनी ने नानपारा में नागरिक कल्याण कार्यक्रम (CAP) के तहत सिलाई मशीनों का वितरण किया। यह कार्यक्रम भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र के ग्राम सलारपुर में आयोजित किया गया। इसमें ग्राम मूर्तिहा और निधिपुरवा के प्रधानों को कुल 6 सिलाई मशीनें प्रदान की गईं, जिसका उद्देश्य सीमावर्ती महिलाओं का सशक्तिकरण करना है। कार्यक्रम की अध्यक्षता 59वीं वाहिनी एसएसबी के कमांडेंट श्री कैलाश चंद रमोला ने की। इस अवसर पर बल के अधिकारीगण और स्थानीय ग्राम प्रधान उपस्थित रहे। कमांडेंट कैलाश चंद रमोला ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य सीमावर्ती महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई का कौशल सिखाकर उन्हें स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। इससे महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकेंगी। उन्होंने आगे कहा कि ऐसी योजनाएं न केवल महिलाओं की घरेलू आय बढ़ाने में सहायक होती हैं, बल्कि ‘वाइब्रेंट विलेजेज’ (Vibrant Villages) के समग्र विकास, स्थानीय उद्यमिता और ग्रामीण आजीविका को भी मजबूत करती हैं। कमांडेंट ने यह भी बताया कि एसएसबी का नागरिक कल्याण कार्यक्रम (CAP) सीमावर्ती नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार लाने और बल तथा जनता के बीच विश्वास एवं सहयोग की भावना को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयासरत है। इस पहल के लिए स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने एसएसबी के सामाजिक एवं जनहितकारी प्रयासों की सराहना की और बल के प्रति आभार व्यक्त किया।
SSB ने सीमावर्ती गांवों में सिलाई मशीनें बांटी: महिलाओं के सशक्तिकरण और वाइब्रेंट विलेजेज के विकास को बढ़ावा – Mihinpurwa(Bahraich) News
सशस्त्र सीमा बल (SSB) की 59वीं वाहिनी ने नानपारा में नागरिक कल्याण कार्यक्रम (CAP) के तहत सिलाई मशीनों का वितरण किया। यह कार्यक्रम भारत-नेपाल सीमा क्षेत्र के ग्राम सलारपुर में आयोजित किया गया। इसमें ग्राम मूर्तिहा और निधिपुरवा के प्रधानों को कुल 6 सिलाई मशीनें प्रदान की गईं, जिसका उद्देश्य सीमावर्ती महिलाओं का सशक्तिकरण करना है। कार्यक्रम की अध्यक्षता 59वीं वाहिनी एसएसबी के कमांडेंट श्री कैलाश चंद रमोला ने की। इस अवसर पर बल के अधिकारीगण और स्थानीय ग्राम प्रधान उपस्थित रहे। कमांडेंट कैलाश चंद रमोला ने बताया कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य सीमावर्ती महिलाओं को सिलाई-कढ़ाई का कौशल सिखाकर उन्हें स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। इससे महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकेंगी। उन्होंने आगे कहा कि ऐसी योजनाएं न केवल महिलाओं की घरेलू आय बढ़ाने में सहायक होती हैं, बल्कि ‘वाइब्रेंट विलेजेज’ (Vibrant Villages) के समग्र विकास, स्थानीय उद्यमिता और ग्रामीण आजीविका को भी मजबूत करती हैं। कमांडेंट ने यह भी बताया कि एसएसबी का नागरिक कल्याण कार्यक्रम (CAP) सीमावर्ती नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार लाने और बल तथा जनता के बीच विश्वास एवं सहयोग की भावना को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयासरत है। इस पहल के लिए स्थानीय ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने एसएसबी के सामाजिक एवं जनहितकारी प्रयासों की सराहना की और बल के प्रति आभार व्यक्त किया।








