सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग (MBA) द्वारा ‘सिक्योरिटी विश्लेषण एवं पोर्टफोलियो प्रबंधन’ विषय पर एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इसमें छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के रिस्क मैनेजमेंट विभाग के असिस्टेंट मैनेजर श्री शिवम सिंह ने छात्रों को निवेश, पोर्टफोलियो निर्माण और जोखिम प्रबंधन की जानकारी दी। उन्होंने वास्तविक बाजार के उदाहरणों के माध्यम से इन विषयों को समझाया। इस कार्यक्रम में वाणिज्य संकाय के डीन और प्रबंधन शास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो. सौरभ, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कहकशां खान, श्री आलोक पांडेय, श्रेष्ठा श्रीवास्तव सहित अन्य फैकल्टी सदस्य उपस्थित रहे। उन्होंने छात्रों का मार्गदर्शन किया। वर्कशॉप के दौरान छात्रों ने वित्तीय संकट, CDO (कोलेटरलाइज्ड डेट ऑब्लिगेशन), CMO (कोलेटरलाइज्ड मॉर्गेज ऑब्लिगेशन) और विभिन्न निवेश विकल्पों पर गहन चर्चा की। छात्रों ने प्रायोगिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लिया, जिससे उन्हें सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों तरह का ज्ञान प्राप्त हुआ। छात्रों ने बताया कि इस वर्कशॉप से उन्हें निवेश और वित्तीय प्रबंधन की वास्तविक समझ विकसित करने में मदद मिली है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह अनुभव उनके भविष्य के करियर के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा।
सिद्धार्थ विश्वविद्यालय में MBA छात्रों ने वर्कशॉप में हिस्सा लिया:सिक्योरिटी विश्लेषण एवं पोर्टफोलियो प्रबंधन पर बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के विशेषज्ञ ने जानकारी दी
सिद्धार्थ विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग (MBA) द्वारा ‘सिक्योरिटी विश्लेषण एवं पोर्टफोलियो प्रबंधन’ विषय पर एक वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इसमें छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के रिस्क मैनेजमेंट विभाग के असिस्टेंट मैनेजर श्री शिवम सिंह ने छात्रों को निवेश, पोर्टफोलियो निर्माण और जोखिम प्रबंधन की जानकारी दी। उन्होंने वास्तविक बाजार के उदाहरणों के माध्यम से इन विषयों को समझाया। इस कार्यक्रम में वाणिज्य संकाय के डीन और प्रबंधन शास्त्र के विभागाध्यक्ष प्रो. सौरभ, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. कहकशां खान, श्री आलोक पांडेय, श्रेष्ठा श्रीवास्तव सहित अन्य फैकल्टी सदस्य उपस्थित रहे। उन्होंने छात्रों का मार्गदर्शन किया। वर्कशॉप के दौरान छात्रों ने वित्तीय संकट, CDO (कोलेटरलाइज्ड डेट ऑब्लिगेशन), CMO (कोलेटरलाइज्ड मॉर्गेज ऑब्लिगेशन) और विभिन्न निवेश विकल्पों पर गहन चर्चा की। छात्रों ने प्रायोगिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लिया, जिससे उन्हें सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों तरह का ज्ञान प्राप्त हुआ। छात्रों ने बताया कि इस वर्कशॉप से उन्हें निवेश और वित्तीय प्रबंधन की वास्तविक समझ विकसित करने में मदद मिली है। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह अनुभव उनके भविष्य के करियर के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा।









































