हल्लौर से गाजीपुर निवासी इराक रवाना:इमाम हुसैन की जियारत के लिए कर्बला जाएंगे, कई ग्रामीण उपस्थित थे

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गाजीपुर निवासी पंडित रमाशंकर पांडेय गुरुवार को इराक स्थित कर्बला के लिए रवाना हुए। वह इमाम हुसैन के रोजे की जियारत करने जा रहे हैं। उन्होंने डुमरियागंज तहसील के हल्लौर से अपनी यात्रा शुरू की। 70 वर्षीय पंडित पांडेय बचपन से ही इमाम हुसैन के व्यक्तित्व और कर्बला के इतिहास से प्रभावित रहे हैं। एक ब्राह्मण परिवार से होने के बावजूद, उनका झुकाव इमाम हुसैन के सिद्धांतों और मानवता के संदेश की ओर रहा है। पिछले 25 वर्षों से, उन्होंने अपने स्थापित ‘हुसैनी मिशन’ के माध्यम से मानवता का संदेश फैलाया है। रमाशंकर पांडेय ने इमाम हुसैन के उपदेशों पर आधारित कई पुस्तकें लिखी हैं, जिनमें ‘हुसैन से इंसानियत’, ‘अल्लाह सर्वशक्तिमान’, ‘अहले-बैत’ और ‘इस्लाम के सच्चे रहबर’ प्रमुख हैं। यात्रा पर निकलने से पहले, उन्होंने परंपरागत तरीके से एक मजलिस का आयोजन किया। इस दौरान उन्होंने कहा, “इमाम हुसैन को मानने के लिए मुसलमान होना जरूरी नहीं, बल्कि इंसान होना जरूरी है।” ग्रामीणों के अनुसार, वह पिछले एक दशक से हर वर्ष मोहर्रम में हल्लौर आते हैं और देशभर में इंसानियत का पैगाम देते हैं। मजलिस को जमाल हैदर जाकिर ने संबोधित किया, जिन्होंने कर्बला की जियारत की अहमियत और इमाम हुसैन की शहादत के दुखद प्रसंगों का वर्णन किया। इस भावुक विदाई समारोह में तशबीब हसन, अज़ीम, गुलाम हुसैन, इंतजार अकबर, शमशाद, काजिम रज़ा, मुन्नू इंजीनियर अनपरा, रियाज हैदर और महफूज अली सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे। सभी ने उन्हें दुआओं के साथ कर्बला की यात्रा के लिए विदा किया।
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