महराजगंज के फरेन्दा विकास खंड स्थित मथुरानगर टोला भारीवैसी में शुक्रवार सुबह 8 बजे से बड़े पैमाने पर सफाई अभियान चलाया गया। इसमें सौ से अधिक सफाईकर्मी सड़कों, गलियों और नालियों की सफाई में जुटे। कचरे का मलबा हटाकर उसे निर्धारित स्थान पर फेंका जा रहा है। अचानक इतनी बड़ी संख्या में सफाईकर्मियों की तैनाती देखकर ग्रामीण हैरान रह गए। लोगों में यह जानने की उत्सुकता बढ़ गई कि आखिर यह अभियान इतने बड़े स्तर पर क्यों चलाया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में लंबे समय से गलियों में गंदगी और नालियों में जलभराव की समस्या बनी हुई थी, लेकिन पहले कभी इतने बड़े पैमाने पर सफाई नहीं देखी गई। मथुरानगर टोला निवासी राम प्रसाद ने बताया, “सुबह उठते ही हमने देखा कि पूरा गांव सफाईकर्मियों से भरा हुआ है। सड़कें चमकने लगी हैं और नालियां साफ हो रही हैं।” उन्होंने इस अचानक हुई तैयारी पर आश्चर्य व्यक्त किया। खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) अतुल कुमार ने इस अभियान की पुष्टि करते हुए बताया कि यह नियमित सफाई अभियान का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “हमारा काम कराने का यही तरीका है। इतनी संख्या में कर्मियों को लगाकर तेजी से सफाई सुनिश्चित की जाती है। यह स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव को स्वच्छ बनाने का लक्ष्य है।” बीडीओ अतुल कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि कोई विशेष दौरा तय नहीं है, हालांकि जिला प्रशासन नियमित निरीक्षण करता रहता है। इसके बावजूद, स्थानीय स्तर पर यह चर्चा जोरों पर है कि शनिवार के समाधान दिवस के बाद जिलाधिकारी भारीवैसी का दौरा कर सकते हैं। इस अभियान से गांव की सूरत बदलने लगी है। सड़कें साफ, गलियां चकाचक और नालियां सुचारु रूप से प्रवाहित हो रही हैं। ग्रामीण उम्मीद कर रहे हैं कि यह सफाई निरंतर बनी रहेगी। जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की जा रही है, और ऐसी संभावना है कि विकास खंड के अन्य गांवों में भी इसी तरह के अभियान चलाए जा सकते हैं।
भारीवैसी में 100 से अधिक सफाईकर्मी तैनात: गांव में बड़े पैमाने पर सफाई अभियान, ग्रामीणों को गंदगी से मिलेगी राहत – Pharenda News
महराजगंज के फरेन्दा विकास खंड स्थित मथुरानगर टोला भारीवैसी में शुक्रवार सुबह 8 बजे से बड़े पैमाने पर सफाई अभियान चलाया गया। इसमें सौ से अधिक सफाईकर्मी सड़कों, गलियों और नालियों की सफाई में जुटे। कचरे का मलबा हटाकर उसे निर्धारित स्थान पर फेंका जा रहा है। अचानक इतनी बड़ी संख्या में सफाईकर्मियों की तैनाती देखकर ग्रामीण हैरान रह गए। लोगों में यह जानने की उत्सुकता बढ़ गई कि आखिर यह अभियान इतने बड़े स्तर पर क्यों चलाया जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में लंबे समय से गलियों में गंदगी और नालियों में जलभराव की समस्या बनी हुई थी, लेकिन पहले कभी इतने बड़े पैमाने पर सफाई नहीं देखी गई। मथुरानगर टोला निवासी राम प्रसाद ने बताया, “सुबह उठते ही हमने देखा कि पूरा गांव सफाईकर्मियों से भरा हुआ है। सड़कें चमकने लगी हैं और नालियां साफ हो रही हैं।” उन्होंने इस अचानक हुई तैयारी पर आश्चर्य व्यक्त किया। खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) अतुल कुमार ने इस अभियान की पुष्टि करते हुए बताया कि यह नियमित सफाई अभियान का हिस्सा है। उन्होंने कहा, “हमारा काम कराने का यही तरीका है। इतनी संख्या में कर्मियों को लगाकर तेजी से सफाई सुनिश्चित की जाती है। यह स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव को स्वच्छ बनाने का लक्ष्य है।” बीडीओ अतुल कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि कोई विशेष दौरा तय नहीं है, हालांकि जिला प्रशासन नियमित निरीक्षण करता रहता है। इसके बावजूद, स्थानीय स्तर पर यह चर्चा जोरों पर है कि शनिवार के समाधान दिवस के बाद जिलाधिकारी भारीवैसी का दौरा कर सकते हैं। इस अभियान से गांव की सूरत बदलने लगी है। सड़कें साफ, गलियां चकाचक और नालियां सुचारु रूप से प्रवाहित हो रही हैं। ग्रामीण उम्मीद कर रहे हैं कि यह सफाई निरंतर बनी रहेगी। जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की जा रही है, और ऐसी संभावना है कि विकास खंड के अन्य गांवों में भी इसी तरह के अभियान चलाए जा सकते हैं।









































