बस्ती में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष समारोह के अंतर्गत शिवाजी बस्ती द्वारा एक विशाल हिंदू सम्मेलन का आयोजन किया गया। यह सम्मेलन नगर स्थित होटल बालाजी प्रकाश में संपन्न हुआ। इसमें बस्ती जनपद के सनातन प्रेमी, संत समाज, विभिन्न मठ-मंदिरों के पुजारी, युवा शक्ति, सज्जन शक्ति और बड़ी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ शंखनाद के साथ भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन और पुष्पार्चन द्वारा हुआ। मंचासीन अतिथियों का परिचय मुन्ना जी ने कराया, जिसके बाद सम्मान कार्यक्रम संपन्न हुआ। सम्मेलन के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ गोरक्ष प्रांत के प्रांत प्रचारक रमेश जी थे। मंच पर श्री दुर्गा मंदिर डारीडीहा के पीठाधीश्वर महंत अजेश्वरानंद जी भी उपस्थित रहे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता नगर के प्रतिष्ठित व्यवसायी विवेक गिरोत्रा जी ने की। प्रांत प्रचारक रमेश जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि सनातन हिंदू धर्म ही विश्व का एकमात्र ऐसा धर्म है, जो संपूर्ण मानवता को जोड़ने का कार्य करता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अन्य सभी मत, पंथ और संप्रदाय हैं, जबकि सनातन एक जीवन पद्धति है। रमेश जी ने कहा कि ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ की भावना केवल सनातन संस्कृति में ही निहित है, जो विश्व कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है। उन्होंने आगे कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सौ वर्षों की साधना और संतों के मार्गदर्शन से आज हिंदू समाज संगठित होकर ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम्’ का उद्घोष कर रहा है। हिंदू समाज अपने पर्व-त्योहार समरसता के साथ मना रहा है और जननी व जन्मभूमि को माता के समान सम्मान दे रहा है। संघ द्वारा सामाजिक समरसता, पर्यावरण संरक्षण, सामूहिक पारिवारिक जीवन शैली, स्वदेशी भाव तथा नागरिक कर्तव्यों के बोध जैसे पंच परिवर्तन के माध्यम से समाज को सशक्त बनाया जा रहा है। महंत अजेश्वरानंद जी ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी संपत्ति, व्यवसाय, परिवार, पूजा पद्धति और पूजा स्थल तभी सुरक्षित रह सकते हैं जब हिंदू समाज संगठित, सबल और समरस रहेगा। अंत में संजय जी ने आभार ज्ञापन किया। कल्याणमंत्र के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ। सम्मेलन में संघ और समाज के अनेक प्रमुख पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।









































