नगर पंचायत भारत भारी क्षेत्र के मोतीगंज चौराहा स्थित जवाहर लाल खाद भंडार में गुरुवार को कृषि विभाग के निर्देश पर एसडीएम ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान प्रतिष्ठान में कई गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। जिला कृषि अधिकारी सिद्धार्थनगर के निर्देश पर उपजिलाधिकारी (एसडीएम) डुमरियागंज राजेश कुमार ने यह निरीक्षण किया। जांच में पाया गया कि दुकान के सामने खाद भंडार का नाम स्पष्ट रूप से अंकित नहीं था। प्रतिष्ठान को आधा शटर बंद करके संचालित किया जा रहा था, जो नियमों के अनुसार प्रतिबंधित है। इसके अतिरिक्त, दुकान पर रेट बोर्ड भी नहीं लगाया गया था, जिससे किसानों को खाद के निर्धारित मूल्य की जानकारी नहीं मिल पा रही थी। मौके पर मौजूद किसानों से बातचीत में पता चला कि खाद भंडार द्वारा यूरिया खाद 550 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से बेची गई है। यह निर्धारित मूल्य से अधिक है। निरीक्षण के समय 110 बोरी यूरिया मौके पर मिली, जिसे प्रतिष्ठान प्रभारी ने पहले ही ई-पॉस मशीन से ‘खारिज’ कर दिया था। जांच टीम के पहुंचते ही प्रतिष्ठान प्रभारी दुकान छोड़कर फरार हो गया। लगभग 30 से 40 मिनट बाद काफी प्रयासों के बाद वह वापस दुकान पर उपस्थित हुआ। इसके बाद कृषि विभाग के कर्मचारियों की मौजूदगी में पहले से खारिज की गई यूरिया को ई-पॉस मशीन के माध्यम से आधार और खतौनी के आधार पर वितरण रजिस्टर में अंकित कर किसानों को वितरित कराया गया। जांच में पाई गई इन गंभीर अनियमितताओं के मद्देनजर, जवाहर लाल खाद भंडार, मोतीगंज के विरुद्ध नियमानुसार कठोर कार्रवाई किए जाने की संस्तुति जिला कृषि अधिकारी सिद्धार्थनगर को भेजी गई है। अधिकारियों ने कहा है कि किसानों के हितों से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।
खाद भंडार में औचक निरीक्षण, गंभीर अनियमितताएं उजागर:उपजिलाधिकारी डुमरियागंज ने की कार्रवाई की संस्तुति
नगर पंचायत भारत भारी क्षेत्र के मोतीगंज चौराहा स्थित जवाहर लाल खाद भंडार में गुरुवार को कृषि विभाग के निर्देश पर एसडीएम ने औचक निरीक्षण किया। इस दौरान प्रतिष्ठान में कई गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। जिला कृषि अधिकारी सिद्धार्थनगर के निर्देश पर उपजिलाधिकारी (एसडीएम) डुमरियागंज राजेश कुमार ने यह निरीक्षण किया। जांच में पाया गया कि दुकान के सामने खाद भंडार का नाम स्पष्ट रूप से अंकित नहीं था। प्रतिष्ठान को आधा शटर बंद करके संचालित किया जा रहा था, जो नियमों के अनुसार प्रतिबंधित है। इसके अतिरिक्त, दुकान पर रेट बोर्ड भी नहीं लगाया गया था, जिससे किसानों को खाद के निर्धारित मूल्य की जानकारी नहीं मिल पा रही थी। मौके पर मौजूद किसानों से बातचीत में पता चला कि खाद भंडार द्वारा यूरिया खाद 550 रुपये प्रति बोरी के हिसाब से बेची गई है। यह निर्धारित मूल्य से अधिक है। निरीक्षण के समय 110 बोरी यूरिया मौके पर मिली, जिसे प्रतिष्ठान प्रभारी ने पहले ही ई-पॉस मशीन से ‘खारिज’ कर दिया था। जांच टीम के पहुंचते ही प्रतिष्ठान प्रभारी दुकान छोड़कर फरार हो गया। लगभग 30 से 40 मिनट बाद काफी प्रयासों के बाद वह वापस दुकान पर उपस्थित हुआ। इसके बाद कृषि विभाग के कर्मचारियों की मौजूदगी में पहले से खारिज की गई यूरिया को ई-पॉस मशीन के माध्यम से आधार और खतौनी के आधार पर वितरण रजिस्टर में अंकित कर किसानों को वितरित कराया गया। जांच में पाई गई इन गंभीर अनियमितताओं के मद्देनजर, जवाहर लाल खाद भंडार, मोतीगंज के विरुद्ध नियमानुसार कठोर कार्रवाई किए जाने की संस्तुति जिला कृषि अधिकारी सिद्धार्थनगर को भेजी गई है। अधिकारियों ने कहा है कि किसानों के हितों से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।









































