बहराइच के महसी क्षेत्र में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के दौरे के बाद नहरों में पानी छोड़ा गया है। इससे रबी फसलों की सिंचाई के लिए परेशान किसानों को राहत मिली है। किसान लंबे समय से पानी की कमी से जूझ रहे थे। रबी फसलों की सिंचाई का चरम मौसम होने के बावजूद, सिंचाई विभाग की कथित उदासीनता के कारण किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। उन्हें अपनी फसलों की सिंचाई के लिए पंपिंग सेट का उपयोग करने पर मजबूर होना पड़ रहा था, जिस पर प्रति घंटे 250 रुपये का खर्च आ रहा था। जनपद में दो दिन पहले जल शक्ति एवं सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का दौरा हुआ था। इसके तुरंत बाद, संबंधित विभाग ने आनन-फानन में नहरों में पानी छोड़ दिया। नहरों में पानी आने से किसानों ने खुशी व्यक्त की है। किसान मुकेश तिवारी, रामपाल मिश्रा, नकछेद, राम सहारे, बम-भोले, शिवपूजन-राजित और भूखे सहित कई किसानों ने बताया कि बीती रात नहरों में पानी आ गया, जिससे उन्हें बड़ी राहत मिली है। इन दिनों गेहूं, सरसों सहित अन्य फसलें सिंचाई के लिए तैयार थीं। किसानों ने सिंचाई विभाग की उदासीनता पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि यदि समय पर नहरों में पानी छोड़ दिया जाता तो उन्हें इतनी परेशानी नहीं उठानी पड़ती। किसानों ने मांग की है कि सिंचाई विभाग को किसानों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए और समय पर पानी उपलब्ध कराना चाहिए।
मंत्री के दौरे के बाद नहरों में पानी छोड़ा गया: किसान ₹250 प्रति घंटा देकर सिंचाई करने को मजबूर थे – Mahsi News
बहराइच के महसी क्षेत्र में जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के दौरे के बाद नहरों में पानी छोड़ा गया है। इससे रबी फसलों की सिंचाई के लिए परेशान किसानों को राहत मिली है। किसान लंबे समय से पानी की कमी से जूझ रहे थे। रबी फसलों की सिंचाई का चरम मौसम होने के बावजूद, सिंचाई विभाग की कथित उदासीनता के कारण किसानों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। उन्हें अपनी फसलों की सिंचाई के लिए पंपिंग सेट का उपयोग करने पर मजबूर होना पड़ रहा था, जिस पर प्रति घंटे 250 रुपये का खर्च आ रहा था। जनपद में दो दिन पहले जल शक्ति एवं सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह का दौरा हुआ था। इसके तुरंत बाद, संबंधित विभाग ने आनन-फानन में नहरों में पानी छोड़ दिया। नहरों में पानी आने से किसानों ने खुशी व्यक्त की है। किसान मुकेश तिवारी, रामपाल मिश्रा, नकछेद, राम सहारे, बम-भोले, शिवपूजन-राजित और भूखे सहित कई किसानों ने बताया कि बीती रात नहरों में पानी आ गया, जिससे उन्हें बड़ी राहत मिली है। इन दिनों गेहूं, सरसों सहित अन्य फसलें सिंचाई के लिए तैयार थीं। किसानों ने सिंचाई विभाग की उदासीनता पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि यदि समय पर नहरों में पानी छोड़ दिया जाता तो उन्हें इतनी परेशानी नहीं उठानी पड़ती। किसानों ने मांग की है कि सिंचाई विभाग को किसानों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए और समय पर पानी उपलब्ध कराना चाहिए।









































