बस्ती में ठंड में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा अधिक:डॉ. ने कहा हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज मरीज बरतें सावधानी

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बस्ती में वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक और आरोग्य भारती गोरक्ष प्रांत के सचिव डॉ. दीपक सिंह ने बताया है कि ठंड का मौसम मधुमेह (डायबिटीज) और उच्च रक्तचाप (हाई ब्लड प्रेशर) से पीड़ित मरीजों के लिए ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ा देता है। उन्होंने यह जानकारी कुसौरा बाजार स्थित एक निजी चिकित्सालय में आयोजित गोष्ठी को संबोधित करते हुए दी। डॉ. सिंह के अनुसार, ठंड में रक्त नलिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे रक्तचाप बढ़ जाता है। ऐसी स्थिति में मस्तिष्क की रक्त वाहिकाएं फट सकती हैं या उनमें रक्त प्रवाह बाधित हो सकता है, जिससे ब्रेन स्ट्रोक की आशंका बढ़ जाती है। स्ट्रोक होने पर मस्तिष्क के ऊतकों को ऑक्सीजन और आवश्यक पोषण नहीं मिल पाता, जिससे कुछ ही मिनटों में मस्तिष्क की कोशिकाएं नष्ट होने लगती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ठंड में लोग शारीरिक गतिविधियां कम कर देते हैं, व्यायाम से बचते हैं और वसायुक्त तथा गरिष्ठ भोजन का अधिक सेवन करते हैं। इससे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है, जो रक्तचाप को असामान्य रूप से बढ़ाकर ब्रेन स्ट्रोक का एक प्रमुख कारण बन सकता है। डॉ. सिंह ने कहा कि ठंड के मौसम में कोहरा, वाहनों का धुआं और बढ़ता प्रदूषण अस्थमा व सांस संबंधी रोगों को बढ़ावा देता है। इससे शरीर में ऑक्सीजन का स्तर कम होता है और हृदय पर दबाव बढ़ता है। ब्रेन स्ट्रोक के मुख्य लक्षणों में चेहरे के एक हिस्से का लटक जाना या सुन्न हो जाना, एक हाथ का कमजोर या सुन्न होना, बोलने में कठिनाई, अचानक तेज सिर दर्द, चलने या संतुलन बनाने में परेशानी और एक या दोनों आँखों में धुंधलापन या भ्रम की स्थिति शामिल हैं। ब्रेन स्ट्रोक से बचाव के लिए डॉ. सिंह ने टोपी, दस्ताने और गर्म कपड़े पहनने की सलाह दी। उन्होंने उच्च रक्तचाप वाले मरीजों को सुबह की सैर पर न निकलने, पर्याप्त मात्रा में पानी पीने, नियमित व्यायाम करने, फलों और हरी सब्जियों का सेवन करने, आंवला व नींबू का उपयोग करने, वसायुक्त चीजें खाने से बचने और सिगरेट व शराब का सेवन न करने की हिदायत दी।

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