महाराजगंज के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सभा बागापार टोला बरईठवा निवासी कन्हैया वर्मा का शव आज सुबह दुबई से उनके पैतृक आवास पहुंचा। ताबूत में शव पहुंचते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई और पूरे गांव में गम का माहौल छा गया। कन्हैया वर्मा रोजगार के सिलसिले में दुबई में रहकर काम कर रहे थे। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले उनकी मृत्यु हो गई थी, जिसकी सूचना मिलने के बाद से ही परिवार गहरे सदमे में था। आज जब उनका पार्थिव शरीर ताबूत में बंद होकर गांव पहुंचा, तो पिता मुराली वर्मा, पत्नी अनिता, बच्चा आर एन और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। शव के घर पहुंचते ही ग्राम प्रधान सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण और रिश्तेदार एकत्र हो गए। हर आंख नम थी और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने परिवार को ढांढस बंधाया, लेकिन इस दुखद घटना से कोई उबर नहीं पा रहा था। स्थानीय लोगों के अनुसार, कन्हैया वर्मा चार भाइयों में सबसे बड़े थे। वे मेहनती और मिलनसार स्वभाव के युवक थे, जो परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए विदेश गए थे। उनके असमय निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। शनिवार को रोहिन नदी स्थित चानकी घाट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान ग्राम प्रधान विवेक प्रताप सिंह, प्रेम सागर, रामराज चौरसिया, दिनेश कन्नौजिया, विद्यासागर वर्मा सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। इस हृदयविदारक घटना से पूरा क्षेत्र शोक में डूबा हुआ है।
महराजगंज पहुंचा युवक का शव: दुबई में हुई थी मौत, ग्रामीणों ने परिवार को ढांढस बंधाया – Katahara Khas(Maharajganj sadar) News
महाराजगंज के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सभा बागापार टोला बरईठवा निवासी कन्हैया वर्मा का शव आज सुबह दुबई से उनके पैतृक आवास पहुंचा। ताबूत में शव पहुंचते ही परिजनों में चीख-पुकार मच गई और पूरे गांव में गम का माहौल छा गया। कन्हैया वर्मा रोजगार के सिलसिले में दुबई में रहकर काम कर रहे थे। बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले उनकी मृत्यु हो गई थी, जिसकी सूचना मिलने के बाद से ही परिवार गहरे सदमे में था। आज जब उनका पार्थिव शरीर ताबूत में बंद होकर गांव पहुंचा, तो पिता मुराली वर्मा, पत्नी अनिता, बच्चा आर एन और अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। शव के घर पहुंचते ही ग्राम प्रधान सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण और रिश्तेदार एकत्र हो गए। हर आंख नम थी और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। ग्रामीणों ने परिवार को ढांढस बंधाया, लेकिन इस दुखद घटना से कोई उबर नहीं पा रहा था। स्थानीय लोगों के अनुसार, कन्हैया वर्मा चार भाइयों में सबसे बड़े थे। वे मेहनती और मिलनसार स्वभाव के युवक थे, जो परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए विदेश गए थे। उनके असमय निधन से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। शनिवार को रोहिन नदी स्थित चानकी घाट पर उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस दौरान ग्राम प्रधान विवेक प्रताप सिंह, प्रेम सागर, रामराज चौरसिया, दिनेश कन्नौजिया, विद्यासागर वर्मा सहित तमाम लोग उपस्थित रहे। इस हृदयविदारक घटना से पूरा क्षेत्र शोक में डूबा हुआ है।









































