सिद्धार्थनगर के खेसरहा क्षेत्र स्थित ग्राम सकारपार में आदर्श रामलीला समिति द्वारा आयोजित रामलीला महोत्सव का नौवां दिन आस्था और भव्यता के साथ संपन्न हुआ। देर रात तक चले कार्यक्रम में रावण-अंगद संवाद, लक्ष्मण शक्ति, कुंभकरण वध, रावण वध, भगवान राम का अयोध्या आगमन और राजतिलक जैसे मनोहारी दृश्यों का सजीव मंचन किया गया। मंचन के दौरान जैसे-जैसे प्रसंग आगे बढ़े, दर्शकों की भीड़ बढ़ती गई और पूरा मैदान ‘जय-जय श्रीराम’ के उद्घोष से गूंज उठा। कलाकारों ने अपने प्रभावशाली अभिनय और संवादों से दर्शकों को ऐसा अनुभव कराया, मानो पूरा दृश्य उनकी आँखों के सामने घटित हो रहा हो। कार्यक्रम में डुमरियागंज के सांसद जगदम्बिका पाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कलाकारों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि ऐसी रामलीलाएं समाज को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों से जोड़ती हैं और युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से परिचित कराती हैं। विशिष्ट अतिथि के तौर पर सपा जिलाध्यक्ष लालजी यादव भी मौजूद थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सकारात्मक सांस्कृतिक आयोजन समाज को एकजुट करते हैं और ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं को मंच प्रदान करते हैं। आदर्श रामलीला समिति के मुख्य आयोजक शैलेश मिश्रा, अध्यक्ष रुद्रनाथ त्रिपाठी, उपाध्यक्ष रजनीश मिश्रा और सक्रिय सदस्यों राजेश पांडे, मारकंडे मिश्रा, अनिल मिश्रा, अखिलेश मिश्रा, सत्यम वर्मा, राहुल मिश्रा, प्रेम मिश्रा तथा रिंटू मिश्रा की टीम ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। समापन अवसर पर आयोजक शैलेश मिश्रा ने सभी अतिथियों, ग्रामवासियों और कलाकारों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सकारपार की रामलीला सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक जागृति का केंद्र बनी हुई है। मिश्रा ने अगले वर्ष कार्यक्रम को और भव्य रूप में आयोजित करने का आश्वासन भी दिया। रात के अंतिम चरण में राजतिलक का मोहक दृश्य प्रस्तुत होते ही पूरा परिसर भक्ति और उल्लास से भर गया। लोगों ने आतिशबाजी और जयकारों के साथ कार्यक्रम के सफल समापन का जश्न मनाया।
सकारपार में रामलीला का समापन, रावण वध का मंचन:सांसद जगदम्बिका पाल, सपा जिलाध्यक्ष लालजी यादव रहे मुख्य अतिथि
सिद्धार्थनगर के खेसरहा क्षेत्र स्थित ग्राम सकारपार में आदर्श रामलीला समिति द्वारा आयोजित रामलीला महोत्सव का नौवां दिन आस्था और भव्यता के साथ संपन्न हुआ। देर रात तक चले कार्यक्रम में रावण-अंगद संवाद, लक्ष्मण शक्ति, कुंभकरण वध, रावण वध, भगवान राम का अयोध्या आगमन और राजतिलक जैसे मनोहारी दृश्यों का सजीव मंचन किया गया। मंचन के दौरान जैसे-जैसे प्रसंग आगे बढ़े, दर्शकों की भीड़ बढ़ती गई और पूरा मैदान ‘जय-जय श्रीराम’ के उद्घोष से गूंज उठा। कलाकारों ने अपने प्रभावशाली अभिनय और संवादों से दर्शकों को ऐसा अनुभव कराया, मानो पूरा दृश्य उनकी आँखों के सामने घटित हो रहा हो। कार्यक्रम में डुमरियागंज के सांसद जगदम्बिका पाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कलाकारों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि ऐसी रामलीलाएं समाज को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के आदर्शों से जोड़ती हैं और युवा पीढ़ी को भारतीय संस्कृति से परिचित कराती हैं। विशिष्ट अतिथि के तौर पर सपा जिलाध्यक्ष लालजी यादव भी मौजूद थे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि सकारात्मक सांस्कृतिक आयोजन समाज को एकजुट करते हैं और ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं को मंच प्रदान करते हैं। आदर्श रामलीला समिति के मुख्य आयोजक शैलेश मिश्रा, अध्यक्ष रुद्रनाथ त्रिपाठी, उपाध्यक्ष रजनीश मिश्रा और सक्रिय सदस्यों राजेश पांडे, मारकंडे मिश्रा, अनिल मिश्रा, अखिलेश मिश्रा, सत्यम वर्मा, राहुल मिश्रा, प्रेम मिश्रा तथा रिंटू मिश्रा की टीम ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। समापन अवसर पर आयोजक शैलेश मिश्रा ने सभी अतिथियों, ग्रामवासियों और कलाकारों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सकारपार की रामलीला सामाजिक समरसता और सांस्कृतिक जागृति का केंद्र बनी हुई है। मिश्रा ने अगले वर्ष कार्यक्रम को और भव्य रूप में आयोजित करने का आश्वासन भी दिया। रात के अंतिम चरण में राजतिलक का मोहक दृश्य प्रस्तुत होते ही पूरा परिसर भक्ति और उल्लास से भर गया। लोगों ने आतिशबाजी और जयकारों के साथ कार्यक्रम के सफल समापन का जश्न मनाया।












