शोहरतगढ़ नगर पंचायत के वार्ड नंबर 6 आर्य नगर में टूटी नालियों की समस्या गंभीर हो गई है। बारिश के दौरान गंदा पानी सड़कों पर भर जाता है, जिससे स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र में कई जगह नालियां क्षतिग्रस्त हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर बरसात में उन्हें गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे संक्रमण और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। खुले में बहने वाले नाली के पानी से बदबू फैलती है और बच्चों व बुजुर्गों के लिए चलना मुश्किल हो जाता है। मोहल्ले के निवासी विजय कशोधन, समिउल्लाह, राधेश्याम, मुश्ताक, संतोष, महबूब आलम, मकशूद आलम और अब्दुल हमीद ने बताया कि यह समस्या वर्षों से बनी हुई है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द मरम्मत नहीं कराई गई, तो डेंगू, मलेरिया और त्वचा संबंधी संक्रमण जैसी बीमारियों का प्रकोप फैल सकता है। स्थानीय लोगों ने नगर पंचायत प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, ताकि मोहल्ले के बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग सुरक्षित रह सकें। इस संबंध में सभासद मीरा देवी ने बताया कि नालियों की मरम्मत के लिए बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पहले ही रखा जा चुका है। हालांकि, नगर पंचायत की ओर से अब तक कोई कार्यवाही शुरू नहीं की गई है। वहीं, सभासद प्रतिनिधि अवधेश आर्य ने भी पुष्टि की कि प्रस्ताव देने के बाद न तो काम शुरू हुआ है और न ही नई बोर्ड बैठक बुलाई गई है, जिससे समस्या का समाधान टलता जा रहा है। स्थानीय जनता ने कहा है कि यदि प्रशासन तुरंत कदम नहीं उठाता है, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। आर्य नगर की टूटी नालियां अब केवल असुविधा नहीं, बल्कि एक गंभीर स्वास्थ्य खतरा बन चुकी हैं।
शोहरतगढ़ के आर्य नगर में टूटी नालियां:गंदा पानी सड़कों पर, संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ा
शोहरतगढ़ नगर पंचायत के वार्ड नंबर 6 आर्य नगर में टूटी नालियों की समस्या गंभीर हो गई है। बारिश के दौरान गंदा पानी सड़कों पर भर जाता है, जिससे स्थानीय निवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। क्षेत्र में कई जगह नालियां क्षतिग्रस्त हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि हर बरसात में उन्हें गंदे पानी से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे संक्रमण और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। खुले में बहने वाले नाली के पानी से बदबू फैलती है और बच्चों व बुजुर्गों के लिए चलना मुश्किल हो जाता है। मोहल्ले के निवासी विजय कशोधन, समिउल्लाह, राधेश्याम, मुश्ताक, संतोष, महबूब आलम, मकशूद आलम और अब्दुल हमीद ने बताया कि यह समस्या वर्षों से बनी हुई है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द मरम्मत नहीं कराई गई, तो डेंगू, मलेरिया और त्वचा संबंधी संक्रमण जैसी बीमारियों का प्रकोप फैल सकता है। स्थानीय लोगों ने नगर पंचायत प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है, ताकि मोहल्ले के बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग सुरक्षित रह सकें। इस संबंध में सभासद मीरा देवी ने बताया कि नालियों की मरम्मत के लिए बोर्ड की बैठक में प्रस्ताव पहले ही रखा जा चुका है। हालांकि, नगर पंचायत की ओर से अब तक कोई कार्यवाही शुरू नहीं की गई है। वहीं, सभासद प्रतिनिधि अवधेश आर्य ने भी पुष्टि की कि प्रस्ताव देने के बाद न तो काम शुरू हुआ है और न ही नई बोर्ड बैठक बुलाई गई है, जिससे समस्या का समाधान टलता जा रहा है। स्थानीय जनता ने कहा है कि यदि प्रशासन तुरंत कदम नहीं उठाता है, तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे। आर्य नगर की टूटी नालियां अब केवल असुविधा नहीं, बल्कि एक गंभीर स्वास्थ्य खतरा बन चुकी हैं।













