सिद्धार्थनगर जिले के इटवा क्षेत्र स्थित पीएम कंपोजिट जूनियर हाई स्कूल, सिसवा आंगनवाड़ी केंद्र परिसर में विश्व बाल दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इससे पहले अभिभावक–शिक्षक बैठक (PTM) भी हुई। कार्यक्रम दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक चला, जिसमें बड़ी संख्या में अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। आयोजन आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ममता श्रीवास्तव के केंद्र पर संपन्न हुआ। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अधिकारों, उनकी शिक्षा और सर्वांगीण विकास के प्रति समुदाय में जागरूकता बढ़ाना था। साथ ही आंगनवाड़ी केंद्रों में नियमित पीटीएम के माध्यम से अभिभावकों की सहभागिता को मजबूत करने पर जोर दिया गया। अभिभावकों ने बच्चों के साथ विभिन्न शैक्षिक व मनोरंजक गतिविधियों में हिस्सा लिया। बच्चों ने कविता पाठ, खेलकूद और रंग भरने जैसी गतिविधियों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस दौरान रॉकेट लर्निंग संस्था के जिला समन्वयक राहुल चौरसिया ने कहा कि 3 से 6 वर्ष की आयु बच्चों के बौद्धिक और भावनात्मक विकास की सबसे महत्वपूर्ण अवस्था होती है। शिक्षक और अभिभावक मिलकर सहयोग करें तो बच्चों का भविष्य और भी उज्ज्वल बनता है। उन्होंने बताया कि संस्था का उद्देश्य प्रारंभिक बाल शिक्षा को मजबूत करना और अभिभावकों को इस प्रक्रिया से सीधे जोड़ना है। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाध्यापक सलाउद्दीन, सहायक अध्यापक अजीत पटेल व शमसुद्दीन, मुख्य सेविका कुसुम लता श्रीवास्तव, रॉकेट लर्निंग के सीनियर प्रोग्राम मैनेजर अमन मौर्य सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी की उपस्थिति से कार्यक्रम और अधिक प्रभावी व सार्थक बना। ऐसे आयोजन अभिभावकों और शिक्षकों के बीच संवाद को मजबूत करने के साथ-साथ बच्चों में सीखने की रुचि और आत्मविश्वास भी बढ़ाते हैं। रॉकेट लर्निंग संस्था भविष्य में भी आंगनवाड़ी केंद्रों पर ऐसे कार्यक्रम जारी रखेगी।
इटवा में विश्व बाल दिवस के उपलक्ष्य में हुए कार्यक्रम:बच्चों के अधिकार, शिक्षा पर दिया गया विशेष जोर
सिद्धार्थनगर जिले के इटवा क्षेत्र स्थित पीएम कंपोजिट जूनियर हाई स्कूल, सिसवा आंगनवाड़ी केंद्र परिसर में विश्व बाल दिवस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इससे पहले अभिभावक–शिक्षक बैठक (PTM) भी हुई। कार्यक्रम दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक चला, जिसमें बड़ी संख्या में अभिभावकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। आयोजन आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ममता श्रीवास्तव के केंद्र पर संपन्न हुआ। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अधिकारों, उनकी शिक्षा और सर्वांगीण विकास के प्रति समुदाय में जागरूकता बढ़ाना था। साथ ही आंगनवाड़ी केंद्रों में नियमित पीटीएम के माध्यम से अभिभावकों की सहभागिता को मजबूत करने पर जोर दिया गया। अभिभावकों ने बच्चों के साथ विभिन्न शैक्षिक व मनोरंजक गतिविधियों में हिस्सा लिया। बच्चों ने कविता पाठ, खेलकूद और रंग भरने जैसी गतिविधियों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। इस दौरान रॉकेट लर्निंग संस्था के जिला समन्वयक राहुल चौरसिया ने कहा कि 3 से 6 वर्ष की आयु बच्चों के बौद्धिक और भावनात्मक विकास की सबसे महत्वपूर्ण अवस्था होती है। शिक्षक और अभिभावक मिलकर सहयोग करें तो बच्चों का भविष्य और भी उज्ज्वल बनता है। उन्होंने बताया कि संस्था का उद्देश्य प्रारंभिक बाल शिक्षा को मजबूत करना और अभिभावकों को इस प्रक्रिया से सीधे जोड़ना है। कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाध्यापक सलाउद्दीन, सहायक अध्यापक अजीत पटेल व शमसुद्दीन, मुख्य सेविका कुसुम लता श्रीवास्तव, रॉकेट लर्निंग के सीनियर प्रोग्राम मैनेजर अमन मौर्य सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। सभी की उपस्थिति से कार्यक्रम और अधिक प्रभावी व सार्थक बना। ऐसे आयोजन अभिभावकों और शिक्षकों के बीच संवाद को मजबूत करने के साथ-साथ बच्चों में सीखने की रुचि और आत्मविश्वास भी बढ़ाते हैं। रॉकेट लर्निंग संस्था भविष्य में भी आंगनवाड़ी केंद्रों पर ऐसे कार्यक्रम जारी रखेगी।



























