शिक्षा क्षेत्र भनवापुर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय अमौली एकडेंगवा में शुक्रवार को ‘परामर्श एक पल’ अभियान के तृतीय बैच के तहत दिव्यांग बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ सुनिश्चित कराना और उनके अभिभावकों को इन योजनाओं के प्रति जागरूक करना था। बैठक में उपस्थित विशेष शिक्षकों ने अभिभावकों को दिव्यांग बच्चों के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की। विशेष शिक्षक रामनाथ शर्मा ने बताया कि इस बैठक में मुख्य रूप से दिव्यांग पेंशन, बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने और रोजगार से संबंधित प्रशिक्षण जैसे विषयों पर चर्चा की गई। शर्मा ने जोर देकर कहा कि सभी विशेष शिक्षक हर दिव्यांग बच्चे पर व्यक्तिगत रूप से कार्य कर रहे हैं, ताकि उन्हें इन योजनाओं का सीधा और त्वरित लाभ मिल सके। उन्होंने यह भी बताया कि दिव्यांग बच्चों को स्वरोजगार से संबंधित जानकारी देकर उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना और जीवन में आगे बढ़ाना ही इस पहल का लक्ष्य है। विशेष शिक्षकों ने सभी अभिभावकों को योजनाओं के प्रति जागरूक किया, ताकि वे अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए सही समय पर इन सुविधाओं का उपयोग कर सकें। इस अवसर पर विशेष शिक्षक महेंद्र मौर्य, गंगाराम, राम पाल, मोहम्मद रजा, राम लगन, विला ल अहमद, अनुराग, शमीमुल और सनाउल्लाह सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।
दिव्यांग बच्चों-अभिभावकों को सरकारी योजनाओं की जानकारी मिली:'परामर्श एक पल' अभियान के तहत भनवापुर में बैठक आयोजित
शिक्षा क्षेत्र भनवापुर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय अमौली एकडेंगवा में शुक्रवार को ‘परामर्श एक पल’ अभियान के तृतीय बैच के तहत दिव्यांग बच्चों और उनके अभिभावकों के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य दिव्यांग बच्चों को सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ सुनिश्चित कराना और उनके अभिभावकों को इन योजनाओं के प्रति जागरूक करना था। बैठक में उपस्थित विशेष शिक्षकों ने अभिभावकों को दिव्यांग बच्चों के लिए चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी प्रदान की। विशेष शिक्षक रामनाथ शर्मा ने बताया कि इस बैठक में मुख्य रूप से दिव्यांग पेंशन, बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने और रोजगार से संबंधित प्रशिक्षण जैसे विषयों पर चर्चा की गई। शर्मा ने जोर देकर कहा कि सभी विशेष शिक्षक हर दिव्यांग बच्चे पर व्यक्तिगत रूप से कार्य कर रहे हैं, ताकि उन्हें इन योजनाओं का सीधा और त्वरित लाभ मिल सके। उन्होंने यह भी बताया कि दिव्यांग बच्चों को स्वरोजगार से संबंधित जानकारी देकर उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना और जीवन में आगे बढ़ाना ही इस पहल का लक्ष्य है। विशेष शिक्षकों ने सभी अभिभावकों को योजनाओं के प्रति जागरूक किया, ताकि वे अपने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए सही समय पर इन सुविधाओं का उपयोग कर सकें। इस अवसर पर विशेष शिक्षक महेंद्र मौर्य, गंगाराम, राम पाल, मोहम्मद रजा, राम लगन, विला ल अहमद, अनुराग, शमीमुल और सनाउल्लाह सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।









































