बहराइच के शिवपुर विकासखंड में बालिकाओं की शिक्षा, संरक्षण और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मीना मंच सुगमकर्ताओं के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसका मुख्य लक्ष्य बाल विवाह, बाल तस्करी और बाल श्रम जैसी सामाजिक कुरीतियों की प्रभावी रोकथाम करते हुए बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़े रखना था। प्रशिक्षण सत्र के दौरान मीना मंच के गठन, उसकी नियमित गतिविधियों, जीवन कौशल शिक्षा और बाल अधिकारों की विस्तृत जानकारी दी गई। इसमें बाल विवाह और बाल तस्करी की पहचान तथा उनकी रोकथाम के उपायों पर भी गहन चर्चा हुई। प्रतिभागियों को विद्यालय और समुदाय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुनील कुमार दीक्षित ने कहा कि बाल विवाह और बाल तस्करी बच्चों के भविष्य के लिए गंभीर चुनौतियां हैं। उन्होंने इन सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन के लिए समाज, विद्यालय और अभिभावकों की सामूहिक भागीदारी को अत्यंत आवश्यक बताया। दीक्षित ने जोर दिया कि मीना मंच के माध्यम से बच्चों को सुरक्षित वातावरण प्रदान कर शिक्षा से जोड़ना ही इन समस्याओं पर प्रभावी नियंत्रण का सशक्त माध्यम है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में हृदय राम यादव, पारुल शुक्ला और शांति पाल गंगवार भी उपस्थित रहे। समापन सत्र में सभी प्रतिभागियों ने अपने-अपने क्षेत्रों को बाल विवाह मुक्त बनाने की शपथ ली।
बहराइच में बाल श्रम रोकने की मुहिम तेज: शिक्षकों को बाल विवाह, तस्करी रोकने के टिप्स दिए गए – Shivpur(Bahraich) News
बहराइच के शिवपुर विकासखंड में बालिकाओं की शिक्षा, संरक्षण और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मीना मंच सुगमकर्ताओं के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसका मुख्य लक्ष्य बाल विवाह, बाल तस्करी और बाल श्रम जैसी सामाजिक कुरीतियों की प्रभावी रोकथाम करते हुए बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़े रखना था। प्रशिक्षण सत्र के दौरान मीना मंच के गठन, उसकी नियमित गतिविधियों, जीवन कौशल शिक्षा और बाल अधिकारों की विस्तृत जानकारी दी गई। इसमें बाल विवाह और बाल तस्करी की पहचान तथा उनकी रोकथाम के उपायों पर भी गहन चर्चा हुई। प्रतिभागियों को विद्यालय और समुदाय स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुनील कुमार दीक्षित ने कहा कि बाल विवाह और बाल तस्करी बच्चों के भविष्य के लिए गंभीर चुनौतियां हैं। उन्होंने इन सामाजिक बुराइयों के उन्मूलन के लिए समाज, विद्यालय और अभिभावकों की सामूहिक भागीदारी को अत्यंत आवश्यक बताया। दीक्षित ने जोर दिया कि मीना मंच के माध्यम से बच्चों को सुरक्षित वातावरण प्रदान कर शिक्षा से जोड़ना ही इन समस्याओं पर प्रभावी नियंत्रण का सशक्त माध्यम है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में हृदय राम यादव, पारुल शुक्ला और शांति पाल गंगवार भी उपस्थित रहे। समापन सत्र में सभी प्रतिभागियों ने अपने-अपने क्षेत्रों को बाल विवाह मुक्त बनाने की शपथ ली।









































