इंडो नेपाल सीमा से सटे निचलौल तहसील अंतर्गत ठूठीबारी पार्किंग स्टैंड के समीप स्थित सामुदायिक शौचालय बदहाली का शिकार है। लंबे समय से इस शौचालय पर ताला लटका हुआ है, जिससे प्रतिदिन आवागमन करने वाले हजारों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शौचालय बंद होने के कारण यात्री और स्थानीय लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं। इससे न केवल यात्रियों को असुविधा हो रही है, बल्कि स्वच्छता अभियान की मंशा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। ठूठीबारी पार्किंग स्टैंड से प्रतिवर्ष लाखों रुपये की आय होती है, इसके बावजूद यात्रियों की मूलभूत सुविधा के रूप में बनाए गए इस सामुदायिक शौचालय की अनदेखी की जा रही है। बस, टैक्सी, ऑटो और निजी वाहनों से आने-जाने वाले हजारों यात्रियों में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चों को सबसे अधिक दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। यात्री महेश, संतोष, शिवकुमार और जमालुद्दीन सहित अन्य लोगों का कहना है कि शौचालय के बंद रहने से उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसके चलते आसपास गंदगी फैल रही है, जिससे वातावरण भी दूषित हो रहा है। उन्होंने बताया कि कई बार जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद अब तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है। नगरवासियों और यात्रियों ने कायाकल्प योजना के तहत सामुदायिक शौचालय के सुंदरीकरण, नियमित सफाई, पानी और बिजली की व्यवस्था के साथ-साथ इसके स्थायी संचालन की मांग की है। इस संबंध में पंचायत सचिव पिंटू रौनियार ने बताया कि जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पड़े सामुदायिक शौचालय का कायाकल्प कराया जा रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जल्द ही सामुदायिक शौचालय को चालू करा दिया जाएगा।
ठूठीबारी में पार्किंग स्टैंड के पास सामुदायिक शौचालय बदहाल: खुले में शौच को मजबूर महिलाएं,पंचायत सचिव ने जल्द चालू करने का आश्वासन दिया – Bakuldiha(Nichlaul) News
इंडो नेपाल सीमा से सटे निचलौल तहसील अंतर्गत ठूठीबारी पार्किंग स्टैंड के समीप स्थित सामुदायिक शौचालय बदहाली का शिकार है। लंबे समय से इस शौचालय पर ताला लटका हुआ है, जिससे प्रतिदिन आवागमन करने वाले हजारों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शौचालय बंद होने के कारण यात्री और स्थानीय लोग खुले में शौच करने को मजबूर हैं। इससे न केवल यात्रियों को असुविधा हो रही है, बल्कि स्वच्छता अभियान की मंशा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। ठूठीबारी पार्किंग स्टैंड से प्रतिवर्ष लाखों रुपये की आय होती है, इसके बावजूद यात्रियों की मूलभूत सुविधा के रूप में बनाए गए इस सामुदायिक शौचालय की अनदेखी की जा रही है। बस, टैक्सी, ऑटो और निजी वाहनों से आने-जाने वाले हजारों यात्रियों में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चों को सबसे अधिक दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं। यात्री महेश, संतोष, शिवकुमार और जमालुद्दीन सहित अन्य लोगों का कहना है कि शौचालय के बंद रहने से उन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इसके चलते आसपास गंदगी फैल रही है, जिससे वातावरण भी दूषित हो रहा है। उन्होंने बताया कि कई बार जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद अब तक कोई ठोस पहल नहीं हुई है। नगरवासियों और यात्रियों ने कायाकल्प योजना के तहत सामुदायिक शौचालय के सुंदरीकरण, नियमित सफाई, पानी और बिजली की व्यवस्था के साथ-साथ इसके स्थायी संचालन की मांग की है। इस संबंध में पंचायत सचिव पिंटू रौनियार ने बताया कि जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पड़े सामुदायिक शौचालय का कायाकल्प कराया जा रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया कि यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए जल्द ही सामुदायिक शौचालय को चालू करा दिया जाएगा।









































