महाराजगंज के फरेंदा में आयोजित जिलास्तरीय समाधान दिवस में कुल 136 शिकायतें दर्ज की गईं। इनमें से 10 मामलों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने स्वयं शिकायतकर्ताओं से बात की और त्वरित समाधान का आश्वासन दिया। यह समाधान दिवस फरेंदा तहसील परिसर में आयोजित हुआ, जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। जिलाधिकारी ने कहा कि जनता की शिकायतों का त्वरित निस्तारण प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को शेष मामलों का निश्चित समयसीमा में निपटारा करने के निर्देश दिए। दर्ज की गई अधिकांश शिकायतें राजस्व और बिजली विभाग से संबंधित थीं। इनमें राजस्व विवाद, भूमि पट्टा, नामांतरण, बिजली कनेक्शन और बिलिंग से जुड़ी समस्याएं प्रमुख रहीं। इसके अतिरिक्त, पेंशन, राशन वितरण और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कुछ मामले भी सामने आए। फरेंदा के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) शैलेंद्र गौतम ने बताया कि मौके पर निस्तारित किए गए 10 मामलों में से 6 राजस्व से संबंधित थे, जिन्हें तहसीलदार वशिष्ठ वर्मा की उपस्थिति में हल किया गया। चार बिजली संबंधी शिकायतों का भी तत्काल समाधान किया गया। उन्होंने जानकारी दी कि शेष 126 शिकायतों को संबंधित विभागों को भेज दिया गया है और उनकी साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट ली जाएगी। इस दौरान क्षेत्राधिकारी पुलिस बसंत सिंह ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग दिया, जबकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) श्रीकांत शुक्ला ने स्वास्थ्य संबंधी शिकायतों पर ध्यान दिया। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि शिकायतों का समय पर निस्तारण नहीं हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जनता से समाधान दिवस का लाभ उठाने की अपील भी की। प्रशासन का यह प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों की गति तेज करने और मुख्यमंत्री की जन कल्याणकारी योजनाओं को मजबूत करने पर केंद्रित है। समाधान दिवस की सफलता से जिले में सकारात्मक संदेश गया है।
समाधान दिवस में 136 शिकायतें, 10 का मौके पर निस्तारण: डीएम ने स्वयं सुनीं शिकायतें, अधिकारियों को त्वरित समाधान के निर्देश – Pharenda News
महाराजगंज के फरेंदा में आयोजित जिलास्तरीय समाधान दिवस में कुल 136 शिकायतें दर्ज की गईं। इनमें से 10 मामलों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने स्वयं शिकायतकर्ताओं से बात की और त्वरित समाधान का आश्वासन दिया। यह समाधान दिवस फरेंदा तहसील परिसर में आयोजित हुआ, जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। जिलाधिकारी ने कहा कि जनता की शिकायतों का त्वरित निस्तारण प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने अधिकारियों को शेष मामलों का निश्चित समयसीमा में निपटारा करने के निर्देश दिए। दर्ज की गई अधिकांश शिकायतें राजस्व और बिजली विभाग से संबंधित थीं। इनमें राजस्व विवाद, भूमि पट्टा, नामांतरण, बिजली कनेक्शन और बिलिंग से जुड़ी समस्याएं प्रमुख रहीं। इसके अतिरिक्त, पेंशन, राशन वितरण और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े कुछ मामले भी सामने आए। फरेंदा के उपजिलाधिकारी (एसडीएम) शैलेंद्र गौतम ने बताया कि मौके पर निस्तारित किए गए 10 मामलों में से 6 राजस्व से संबंधित थे, जिन्हें तहसीलदार वशिष्ठ वर्मा की उपस्थिति में हल किया गया। चार बिजली संबंधी शिकायतों का भी तत्काल समाधान किया गया। उन्होंने जानकारी दी कि शेष 126 शिकायतों को संबंधित विभागों को भेज दिया गया है और उनकी साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट ली जाएगी। इस दौरान क्षेत्राधिकारी पुलिस बसंत सिंह ने कानून-व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग दिया, जबकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) श्रीकांत शुक्ला ने स्वास्थ्य संबंधी शिकायतों पर ध्यान दिया। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि यदि शिकायतों का समय पर निस्तारण नहीं हुआ तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने जनता से समाधान दिवस का लाभ उठाने की अपील भी की। प्रशासन का यह प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों में विकास कार्यों की गति तेज करने और मुख्यमंत्री की जन कल्याणकारी योजनाओं को मजबूत करने पर केंद्रित है। समाधान दिवस की सफलता से जिले में सकारात्मक संदेश गया है।









































