बस्ती जिले के रुधौली और सदर तहसील क्षेत्रों में कड़ाके की ठंड और शीतलहर का प्रकोप जारी है। इसके बावजूद, विभिन्न चौराहों पर अभी तक अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है। इससे आम लोग, विशेषकर गरीब और राहगीर, ठिठुरने को मजबूर हैं। यह स्थिति पैंड़ा, पड़िया, भादी खुर्द, पुरैना, मानिकचन्द, जमदाशाही, मझौंआमीर, परसालालशाही और चौरा जैसे कई छोटे बाजारों और चौराहों पर देखी जा सकती है। इन स्थानों पर स्थानीय निवासियों और दुकानदारों को ठंड से बचाव के लिए कोई साधन नहीं मिल पा रहा है। एक ओर सरकार द्वारा गरीबों के लिए स्वेटर, कंबल और रैन बसेरे जैसी व्यवस्थाओं का अभियान चलाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर छोटे चौराहों और बाजारों में अलाव की कमी से इन प्रयासों का अपेक्षित लाभ नहीं मिल पा रहा है। यदि इन सार्वजनिक स्थानों पर अलाव की व्यवस्था होती, तो आने-जाने वाले लोगों, नुक्कड़-चौराहों पर बैठने वालों और दुकानदारों को ठंड से बचने का एक महत्वपूर्ण साधन मिल जाता। इससे जनजीवन पर पड़ रहे ठंड के प्रतिकूल प्रभाव को कुछ हद तक कम किया जा सकता था।









































