लक्ष्मीपुर क्षेत्र के गांवों में लाखों रुपये की लागत से बने सामुदायिक शौचालय ग्रामीणों के लिए अनुपयोगी साबित हो रहे हैं। देखरेख के अभाव और अधूरे निर्माण के कारण ये शौचालय खंडहर में तब्दील हो गए हैं, जिससे ग्रामीणों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है। इसका एक प्रमुख उदाहरण लक्ष्मीपुर के ग्राम पंचायत भोतहा रिसालपुर में देखने को मिला है। भोतहा रिसालपुर में निर्मित सामुदायिक शौचालय को बने हुए लगभग पांच साल हो गए हैं, लेकिन यह आज तक चालू नहीं हो सका है। शौचालय का हैंडपंप गायब है, सीटें नहीं लगी हैं, और यह झाड़ियों से घिरा हुआ है। इसके अलावा, शौचालय का गड्ढा नहीं बना है, टाइल्स नहीं लगी हैं, और पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं है। परिसर में घास उग आई है और अंदर गंदगी का अंबार है। इस मामले पर सहायक विकास अधिकारी दिनेश पाठक ने बताया कि संबंधित सचिवों से सामुदायिक शौचालयों की रिपोर्ट मांगी गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जहां भी कमियां पाई जाएंगी, उन्हें तत्काल पूरा कराया जाएगा। वहीं, जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा ने इस संबंध में संबंधित एडीओ पंचायत से स्पष्टीकरण तलब करने की बात कही है।
लक्ष्मीपुर में लाखों की लागत से बना शौचालय खंडहर: भोतहा गांव में ग्रामीण खुले में शौच को मजबूर, अधिकारियों ने लिया संज्ञान – Ekma(Nautanwa) News
लक्ष्मीपुर क्षेत्र के गांवों में लाखों रुपये की लागत से बने सामुदायिक शौचालय ग्रामीणों के लिए अनुपयोगी साबित हो रहे हैं। देखरेख के अभाव और अधूरे निर्माण के कारण ये शौचालय खंडहर में तब्दील हो गए हैं, जिससे ग्रामीणों को खुले में शौच के लिए जाना पड़ रहा है। इसका एक प्रमुख उदाहरण लक्ष्मीपुर के ग्राम पंचायत भोतहा रिसालपुर में देखने को मिला है। भोतहा रिसालपुर में निर्मित सामुदायिक शौचालय को बने हुए लगभग पांच साल हो गए हैं, लेकिन यह आज तक चालू नहीं हो सका है। शौचालय का हैंडपंप गायब है, सीटें नहीं लगी हैं, और यह झाड़ियों से घिरा हुआ है। इसके अलावा, शौचालय का गड्ढा नहीं बना है, टाइल्स नहीं लगी हैं, और पानी की भी कोई व्यवस्था नहीं है। परिसर में घास उग आई है और अंदर गंदगी का अंबार है। इस मामले पर सहायक विकास अधिकारी दिनेश पाठक ने बताया कि संबंधित सचिवों से सामुदायिक शौचालयों की रिपोर्ट मांगी गई है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जहां भी कमियां पाई जाएंगी, उन्हें तत्काल पूरा कराया जाएगा। वहीं, जिला पंचायत राज अधिकारी श्रेया मिश्रा ने इस संबंध में संबंधित एडीओ पंचायत से स्पष्टीकरण तलब करने की बात कही है।









































