ग्राम सेमरा में ‘मिशन शक्ति 5.0’ के तहत एक बहू-बेटी सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को समाज में होने वाले अपराधों और विभिन्न सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम का नेतृत्व थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने किया। सम्मेलन में महिला उपनिरीक्षक प्रियंका मौर्या और महिला कांस्टेबल रुनिया ने महिलाओं एवं बालिकाओं को छेड़छाड़, दहेज उत्पीड़न, दहेज हत्या और बलात्कार जैसे महिला संबंधी अपराधों से लड़ने और निपटने के तरीकों के बारे में जानकारी दी। उन्हें इन अपराधों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया गया। इसके अतिरिक्त, लड़कियों के भाग जाने से उत्पन्न होने वाली समस्याओं, चुनौतियों और समाज पर पड़ने वाले दुष्परिणामों के बारे में भी विस्तार से बताया गया। उपस्थित सभी महिलाओं और लड़कियों को इस गंभीर सामाजिक मुद्दे के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम के दौरान बालिकाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण और सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया। उन्हें विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों जैसे 112, 1090, 102 और 181 के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई, ताकि वे किसी भी आपात स्थिति में सहायता प्राप्त कर सकें। महिलाओं और बालिकाओं को ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ जैसी कल्याणकारी सरकारी योजनाओं के बारे में भी अवगत कराया गया। इन योजनाओं का उद्देश्य लड़कियों की शिक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करना है, जिससे वे समाज में सशक्त बन सकें।
सेमरा में बहू-बेटी सम्मेलन का आयोजन: महिलाओं को अपराधों और सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक किया गया – Sekhui(Nichlaul) News
ग्राम सेमरा में ‘मिशन शक्ति 5.0’ के तहत एक बहू-बेटी सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन का उद्देश्य महिलाओं और बालिकाओं को समाज में होने वाले अपराधों और विभिन्न सरकारी योजनाओं के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम का नेतृत्व थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह ने किया। सम्मेलन में महिला उपनिरीक्षक प्रियंका मौर्या और महिला कांस्टेबल रुनिया ने महिलाओं एवं बालिकाओं को छेड़छाड़, दहेज उत्पीड़न, दहेज हत्या और बलात्कार जैसे महिला संबंधी अपराधों से लड़ने और निपटने के तरीकों के बारे में जानकारी दी। उन्हें इन अपराधों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया गया। इसके अतिरिक्त, लड़कियों के भाग जाने से उत्पन्न होने वाली समस्याओं, चुनौतियों और समाज पर पड़ने वाले दुष्परिणामों के बारे में भी विस्तार से बताया गया। उपस्थित सभी महिलाओं और लड़कियों को इस गंभीर सामाजिक मुद्दे के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम के दौरान बालिकाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण और सुरक्षा पर विशेष जोर दिया गया। उन्हें विभिन्न हेल्पलाइन नंबरों जैसे 112, 1090, 102 और 181 के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई, ताकि वे किसी भी आपात स्थिति में सहायता प्राप्त कर सकें। महिलाओं और बालिकाओं को ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ जैसी कल्याणकारी सरकारी योजनाओं के बारे में भी अवगत कराया गया। इन योजनाओं का उद्देश्य लड़कियों की शिक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित करना है, जिससे वे समाज में सशक्त बन सकें।









































