सादुल्लानगर-बलरामपुर के बीआरसी परिसर में समेकित शिक्षा के तहत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार को शुरू हुआ। पहले दिन 27 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने इसमें भाग लिया। प्रशिक्षक तालुकदार वर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण में गांवों में दिव्यांग बच्चों की पहचान, दिव्यांगता के संभावित कारण, पूरक आहार की जानकारी, दिव्यांग पेंशन योजना और दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया पर विस्तृत जानकारी दी जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को जागरूक करना है, ताकि वे दिव्यांग बच्चों को समय पर सरकारी योजनाओं का लाभ दिला सकें। कार्यक्रम में प्रशिक्षक शिक्षक राम नरेश पांडेय और शिक्षक विद्या भूषण निषाद भी मौजूद रहे। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को जमीनी स्तर पर काम करते समय आने वाली समस्याओं और उनके समाधान पर मार्गदर्शन प्रदान किया। प्रशिक्षण के सफल संचालन के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं।
बीआरसी परिसर में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का प्रशिक्षण:दिव्यांग बच्चों की पहचान, पेंशन और प्रमाण पत्र बनवाने की जानकारी दी
सादुल्लानगर-बलरामपुर के बीआरसी परिसर में समेकित शिक्षा के तहत आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सोमवार को शुरू हुआ। पहले दिन 27 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने इसमें भाग लिया। प्रशिक्षक तालुकदार वर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण में गांवों में दिव्यांग बच्चों की पहचान, दिव्यांगता के संभावित कारण, पूरक आहार की जानकारी, दिव्यांग पेंशन योजना और दिव्यांग प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया पर विस्तृत जानकारी दी जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को जागरूक करना है, ताकि वे दिव्यांग बच्चों को समय पर सरकारी योजनाओं का लाभ दिला सकें। कार्यक्रम में प्रशिक्षक शिक्षक राम नरेश पांडेय और शिक्षक विद्या भूषण निषाद भी मौजूद रहे। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को जमीनी स्तर पर काम करते समय आने वाली समस्याओं और उनके समाधान पर मार्गदर्शन प्रदान किया। प्रशिक्षण के सफल संचालन के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं।









































