बलरामपुर के रेहरा बाज़ार स्थित ग्रामसभा मुबारकपुर में सार्वजनिक शौचालय कई महीनों से बंद पड़ा है। इसके चलते महिलाओं और बच्चों को खुले में शौच के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में कई बार ग्राम प्रधान से शिकायत की है, लेकिन शौचालय को अब तक नहीं खोला गया है। इस स्थिति से स्थानीय लोग काफी परेशान हैं। ग्रामीण विनोद, गुलजार अहमद, मकसूद और अफसर अली ने बताया कि शौचालय के निर्माण पर सरकारी धन खर्च किया जा चुका है। हालांकि, इसका लाभ आज तक किसी को नहीं मिल पाया है। ग्रामीणों के अनुसार, शौचालय की चाबी किसके पास है, इसकी जानकारी भी स्पष्ट नहीं है। महिलाओं ने खुले में शौच जाने से अपनी सुरक्षा पर बढ़ते खतरे को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सुबह और देर शाम के समय यह स्थिति उनके लिए विशेष रूप से असुरक्षित होती है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि ग्रामसभा में कई अन्य सरकारी योजनाएं भी केवल कागजों पर चल रही हैं और जमीनी स्तर पर उनका लाभ लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने इस समस्या से कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों ने मांग की है कि शौचालय को तत्काल खोला जाए और उसकी नियमित सफाई तथा पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इस संबंध में जब खंड विकास अधिकारी से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है और उचित कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन की ओर से इस मामले में कार्रवाई का इंतजार है।
बलरामपुर के मुबारकपुर में सार्वजनिक शौचालय महीनों से बंद:महिलाएं खुले में शौच को मजबूर, ग्रामीणों ने की शिकायत
बलरामपुर के रेहरा बाज़ार स्थित ग्रामसभा मुबारकपुर में सार्वजनिक शौचालय कई महीनों से बंद पड़ा है। इसके चलते महिलाओं और बच्चों को खुले में शौच के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने इस संबंध में कई बार ग्राम प्रधान से शिकायत की है, लेकिन शौचालय को अब तक नहीं खोला गया है। इस स्थिति से स्थानीय लोग काफी परेशान हैं। ग्रामीण विनोद, गुलजार अहमद, मकसूद और अफसर अली ने बताया कि शौचालय के निर्माण पर सरकारी धन खर्च किया जा चुका है। हालांकि, इसका लाभ आज तक किसी को नहीं मिल पाया है। ग्रामीणों के अनुसार, शौचालय की चाबी किसके पास है, इसकी जानकारी भी स्पष्ट नहीं है। महिलाओं ने खुले में शौच जाने से अपनी सुरक्षा पर बढ़ते खतरे को लेकर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि सुबह और देर शाम के समय यह स्थिति उनके लिए विशेष रूप से असुरक्षित होती है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाया कि ग्रामसभा में कई अन्य सरकारी योजनाएं भी केवल कागजों पर चल रही हैं और जमीनी स्तर पर उनका लाभ लोगों तक नहीं पहुंच पा रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने इस समस्या से कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों ने मांग की है कि शौचालय को तत्काल खोला जाए और उसकी नियमित सफाई तथा पानी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इस संबंध में जब खंड विकास अधिकारी से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आया है और उचित कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन की ओर से इस मामले में कार्रवाई का इंतजार है।









































