श्रीदत्तगंज के बायभीट स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में सोमवार को पर्यावरण संरक्षण विषय पर छात्राओं ने एक नाटक का मंचन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के माध्यम से समाज को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना और प्रकृति संरक्षण का संदेश देना रहा। नाटक में यह दर्शाया गया कि किस प्रकार मानव की लापरवाही से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है और यदि समय रहते सचेत न हुए तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान वार्डन रीना दुबे के मार्गदर्शन में शिक्षिका रेनू शुक्ला, पूज्यता त्रिपाठी एवं दीपिका सिंह ने छात्राओं को नाटक के लिए तैयार किया। छात्राओं ने अपने अभिनय, संवाद और भाव-भंगिमाओं से दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया। नाटक के माध्यम से पेड़ों की कटाई, जल संरक्षण, प्लास्टिक के दुष्प्रभाव तथा स्वच्छ पर्यावरण के महत्व को सरल और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया। नाटक में छात्रा किरन, रागिनी, शिवानी, नेहा, सरिता, नियांशी, खुशी, रोशनी, मीनाक्षी, खुश्बू और राधिका ने भूमिकाएं निभाईं। सभी छात्राओं ने आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुति देकर यह साबित किया कि विद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक विषयों पर भी बच्चों को जागरूक किया जा रहा है। कार्यक्रम के अंत में वार्डन रीना दुबे ने छात्राओं की सराहना करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है और इस दिशा में बच्चों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने सभी से अधिक से अधिक पौधरोपण करने, जल का संरक्षण करने और पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने की अपील की। उपस्थित शिक्षिकाओं व छात्राओं ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी लिया।
कस्तूरबा विद्यालय में पर्यावरण संरक्षण पर नाटक:छात्राओं ने प्रभावशाली मंचन से दिया जागरूकता का संदेश
श्रीदत्तगंज के बायभीट स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में सोमवार को पर्यावरण संरक्षण विषय पर छात्राओं ने एक नाटक का मंचन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के माध्यम से समाज को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना और प्रकृति संरक्षण का संदेश देना रहा। नाटक में यह दर्शाया गया कि किस प्रकार मानव की लापरवाही से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है और यदि समय रहते सचेत न हुए तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान वार्डन रीना दुबे के मार्गदर्शन में शिक्षिका रेनू शुक्ला, पूज्यता त्रिपाठी एवं दीपिका सिंह ने छात्राओं को नाटक के लिए तैयार किया। छात्राओं ने अपने अभिनय, संवाद और भाव-भंगिमाओं से दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया। नाटक के माध्यम से पेड़ों की कटाई, जल संरक्षण, प्लास्टिक के दुष्प्रभाव तथा स्वच्छ पर्यावरण के महत्व को सरल और प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया गया। नाटक में छात्रा किरन, रागिनी, शिवानी, नेहा, सरिता, नियांशी, खुशी, रोशनी, मीनाक्षी, खुश्बू और राधिका ने भूमिकाएं निभाईं। सभी छात्राओं ने आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुति देकर यह साबित किया कि विद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक विषयों पर भी बच्चों को जागरूक किया जा रहा है। कार्यक्रम के अंत में वार्डन रीना दुबे ने छात्राओं की सराहना करते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है और इस दिशा में बच्चों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने सभी से अधिक से अधिक पौधरोपण करने, जल का संरक्षण करने और पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने की अपील की। उपस्थित शिक्षिकाओं व छात्राओं ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प भी लिया।









































