बर्डपुर के माधव प्रसाद त्रिपाठी चिकित्सालय में एक चिकित्सक ने रक्तदान कर गंभीर रूप से बीमार युवक की जान बचाई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बर्डपुर में तैनात डॉ. लोकनाथ ने 35 वर्षीय धर्मेंद्र को स्वयं रक्त दान कर नया जीवन दिया। बड़ैया निवाई निवासी 35 वर्षीय धर्मेंद्र पिछले कुछ दिनों से फेफड़ों के गंभीर संक्रमण से जूझ रहे थे। हालत बिगड़ने पर परिजन उन्हें माधव प्रसाद त्रिपाठी चिकित्सालय लाए। जांच में पता चला कि उनके रक्त में लौह तत्व की मात्रा बेहद कम हो गई थी, जिससे उनकी स्थिति और गंभीर हो गई थी। चिकित्सकों ने धर्मेंद्र के लिए तत्काल रक्त की आवश्यकता बताई। हालांकि, मरीज के परिजन समय पर रक्त की व्यवस्था नहीं कर पाए, जिससे उनकी जान को खतरा पैदा हो गया। मरीज की गंभीर हालत और परिजनों की परेशानी को देखते हुए, डॉ. लोकनाथ ने तुरंत स्वयं रक्तदान करने का निर्णय लिया। उनके इस त्वरित कदम से रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकी। डॉ. लोकनाथ के रक्तदान के बाद, मरीज धर्मेंद्र की हालत में तेजी से सुधार आया और उनकी जान बच गई। इस मानवीय कार्य के लिए मरीज के परिजनों, चिकित्सालय प्रशासन और उपस्थित लोगों ने डॉ. लोकनाथ की सराहना की।
डॉक्टर ने रक्तदान कर मरीज की जान बचाई:फेफड़ों के गंभीर संक्रमण से जूझ रहे युवक को मिला नया जीवन
बर्डपुर के माधव प्रसाद त्रिपाठी चिकित्सालय में एक चिकित्सक ने रक्तदान कर गंभीर रूप से बीमार युवक की जान बचाई। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बर्डपुर में तैनात डॉ. लोकनाथ ने 35 वर्षीय धर्मेंद्र को स्वयं रक्त दान कर नया जीवन दिया। बड़ैया निवाई निवासी 35 वर्षीय धर्मेंद्र पिछले कुछ दिनों से फेफड़ों के गंभीर संक्रमण से जूझ रहे थे। हालत बिगड़ने पर परिजन उन्हें माधव प्रसाद त्रिपाठी चिकित्सालय लाए। जांच में पता चला कि उनके रक्त में लौह तत्व की मात्रा बेहद कम हो गई थी, जिससे उनकी स्थिति और गंभीर हो गई थी। चिकित्सकों ने धर्मेंद्र के लिए तत्काल रक्त की आवश्यकता बताई। हालांकि, मरीज के परिजन समय पर रक्त की व्यवस्था नहीं कर पाए, जिससे उनकी जान को खतरा पैदा हो गया। मरीज की गंभीर हालत और परिजनों की परेशानी को देखते हुए, डॉ. लोकनाथ ने तुरंत स्वयं रक्तदान करने का निर्णय लिया। उनके इस त्वरित कदम से रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित हो सकी। डॉ. लोकनाथ के रक्तदान के बाद, मरीज धर्मेंद्र की हालत में तेजी से सुधार आया और उनकी जान बच गई। इस मानवीय कार्य के लिए मरीज के परिजनों, चिकित्सालय प्रशासन और उपस्थित लोगों ने डॉ. लोकनाथ की सराहना की।









































