डुमरियागंज विकास क्षेत्र के बगडीहवा गांव के उत्तरी छोर पर स्थित एक पुलिया की रेलिंग टूटी हुई है। इससे राहगीरों को लगातार चोटें लग रही हैं और उन्हें आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या कई महीनों से बनी हुई है, लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं गया है। पुलिया के पास तीखा मोड़ होने के कारण आगे का रास्ता स्पष्ट दिखाई नहीं देता है। विशेषकर घने कोहरे के दौरान, दृश्यता कम होने से राहगीरों के पुलिया से नीचे गिरने का खतरा बना रहता है। आए दिन कोई न कोई व्यक्ति इस टूटी रेलिंग के कारण घायल हो रहा है, जिससे बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी हुई है।रेलिंग के अलावा, पुलिया पर आने-जाने वाली पिच सड़क भी गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। पुलिया का एप्रोच भी नहीं बना है और इसके नीचे की दीवार भी जर्जर हालत में है। इन सभी समस्याओं के कारण पुलिया की स्थिति अत्यंत खतरनाक हो गई है।क्षेत्र के नसीम अहमद, राम सवारे, अख्तर, संजय प्रसाद, रहमान और मगरे सहित अन्य निवासियों ने प्रशासन से जल्द से जल्द पुलिया की रेलिंग और एप्रोच बनवाने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे किसी बड़ी दुर्घटना को टाला जा सकेगा और राहगीरों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।
सिद्धार्थनगर के बगडीहवा पुलिया की रेलिंग टूटी:कई महीनों से मरम्मत नहीं, राहगीरों को दुर्घटना का खतरा
डुमरियागंज विकास क्षेत्र के बगडीहवा गांव के उत्तरी छोर पर स्थित एक पुलिया की रेलिंग टूटी हुई है। इससे राहगीरों को लगातार चोटें लग रही हैं और उन्हें आवागमन में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह समस्या कई महीनों से बनी हुई है, लेकिन इस पर किसी का ध्यान नहीं गया है। पुलिया के पास तीखा मोड़ होने के कारण आगे का रास्ता स्पष्ट दिखाई नहीं देता है। विशेषकर घने कोहरे के दौरान, दृश्यता कम होने से राहगीरों के पुलिया से नीचे गिरने का खतरा बना रहता है। आए दिन कोई न कोई व्यक्ति इस टूटी रेलिंग के कारण घायल हो रहा है, जिससे बड़ी दुर्घटना की आशंका बनी हुई है।रेलिंग के अलावा, पुलिया पर आने-जाने वाली पिच सड़क भी गड्ढों में तब्दील हो चुकी है। पुलिया का एप्रोच भी नहीं बना है और इसके नीचे की दीवार भी जर्जर हालत में है। इन सभी समस्याओं के कारण पुलिया की स्थिति अत्यंत खतरनाक हो गई है।क्षेत्र के नसीम अहमद, राम सवारे, अख्तर, संजय प्रसाद, रहमान और मगरे सहित अन्य निवासियों ने प्रशासन से जल्द से जल्द पुलिया की रेलिंग और एप्रोच बनवाने की मांग की है। उनका कहना है कि इससे किसी बड़ी दुर्घटना को टाला जा सकेगा और राहगीरों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।









































