नगर पंचायत भारतभारी में यातायात संकेतकों के अभाव होने से नागरिक परेशान हैं। विशेषकर ठंड और घने कोहरे के मौसम में सड़कों पर दृश्यता कम होने के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय नागरिकों ने नगर पंचायत प्रशासन से प्रमुख सड़कों और चौराहों पर तत्काल यातायात संकेतक लगाने की मांग की है। इन दिनों क्षेत्र में घना कोहरा छाया रहता है, जिससे सड़कों के मोड़, कट और चौराहे स्पष्ट दिखाई नहीं देते। वाहन चालकों को सड़क का अनुमान लगाना मुश्किल हो जाता है, जिससे आए दिन दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते संकेतक नहीं लगाए गए तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है। नगर पंचायत निवासी सुखराम, ज्ञान प्रकाश, तैयब अली और अतहर हुसैन ने प्रशासन से प्रमुख सड़कों, गलियों और चौराहों पर यातायात संकेतक और दिशा सूचक बोर्ड लगाने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि सुबह और शाम के समय कोहरा इतना घना होता है कि वाहन चालकों को सड़क का मोड़ समझ में नहीं आता। इस स्थिति में दोपहिया वाहन चालक, साइकिल सवार और पैदल यात्री भी दुर्घटना का शिकार होते-होते बचते हैं। नगर पंचायत भारत भारी से होकर गुजरने वाली सड़कों का उपयोग प्रतिदिन बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे, बुजुर्ग, किसान और व्यापारी करते हैं। कोहरे में संकेतकों के अभाव में वाहन चालकों को अंदाजे से वाहन चलाना पड़ता है, जिससे टकराव और फिसलने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। रात के समय स्थिति और भी गंभीर हो जाती है, जब दृश्यता लगभग शून्य होती है। नागरिकों ने सुझाव दिया है कि सड़क किनारे रिफ्लेक्टर लगे संकेतक, स्पीड ब्रेकर पर चेतावनी बोर्ड और मोड़ों पर दिशा सूचक चिह्न लगाए जाएं। उनका मानना है कि इन उपायों से दुर्घटनाओं पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। इससे न केवल स्थानीय लोगों बल्कि बाहर से आने वाले यात्रियों को भी सुविधा मिलेगी। नगर पंचायत वासियों ने प्रशासन से इस गंभीर समस्या पर तत्काल ध्यान देने और जनहित में यातायात संकेतक स्थापित कराने की मांग दोहराई है। उनका मानना है कि यह कदम सर्दी के मौसम में होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
भारत भारी में नागरिकों ने की यातायात संकेतक की मांग:कोहरे में दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ा, प्रशासन से जल्द लगाने की मांग
नगर पंचायत भारतभारी में यातायात संकेतकों के अभाव होने से नागरिक परेशान हैं। विशेषकर ठंड और घने कोहरे के मौसम में सड़कों पर दृश्यता कम होने के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय नागरिकों ने नगर पंचायत प्रशासन से प्रमुख सड़कों और चौराहों पर तत्काल यातायात संकेतक लगाने की मांग की है। इन दिनों क्षेत्र में घना कोहरा छाया रहता है, जिससे सड़कों के मोड़, कट और चौराहे स्पष्ट दिखाई नहीं देते। वाहन चालकों को सड़क का अनुमान लगाना मुश्किल हो जाता है, जिससे आए दिन दुर्घटनाओं की आशंका बनी रहती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय रहते संकेतक नहीं लगाए गए तो कोई बड़ा हादसा हो सकता है। नगर पंचायत निवासी सुखराम, ज्ञान प्रकाश, तैयब अली और अतहर हुसैन ने प्रशासन से प्रमुख सड़कों, गलियों और चौराहों पर यातायात संकेतक और दिशा सूचक बोर्ड लगाने का आग्रह किया है। उनका कहना है कि सुबह और शाम के समय कोहरा इतना घना होता है कि वाहन चालकों को सड़क का मोड़ समझ में नहीं आता। इस स्थिति में दोपहिया वाहन चालक, साइकिल सवार और पैदल यात्री भी दुर्घटना का शिकार होते-होते बचते हैं। नगर पंचायत भारत भारी से होकर गुजरने वाली सड़कों का उपयोग प्रतिदिन बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे, बुजुर्ग, किसान और व्यापारी करते हैं। कोहरे में संकेतकों के अभाव में वाहन चालकों को अंदाजे से वाहन चलाना पड़ता है, जिससे टकराव और फिसलने की घटनाएं बढ़ जाती हैं। रात के समय स्थिति और भी गंभीर हो जाती है, जब दृश्यता लगभग शून्य होती है। नागरिकों ने सुझाव दिया है कि सड़क किनारे रिफ्लेक्टर लगे संकेतक, स्पीड ब्रेकर पर चेतावनी बोर्ड और मोड़ों पर दिशा सूचक चिह्न लगाए जाएं। उनका मानना है कि इन उपायों से दुर्घटनाओं पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा सकता है। इससे न केवल स्थानीय लोगों बल्कि बाहर से आने वाले यात्रियों को भी सुविधा मिलेगी। नगर पंचायत वासियों ने प्रशासन से इस गंभीर समस्या पर तत्काल ध्यान देने और जनहित में यातायात संकेतक स्थापित कराने की मांग दोहराई है। उनका मानना है कि यह कदम सर्दी के मौसम में होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।









































