गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे का सर्वे शुरू:सिद्धार्थनगर के खुनियांव क्षेत्र में निशान लगाने का काम जारी

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सिद्धार्थनगर जनपद के इटवा तहसील अंतर्गत खुनियाँव क्षेत्र के 36 गाँवों में गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए सर्वे कार्य शुरू हो गया है। मंगलवार को सर्वे टीम ने बहादुरपुर, बिडरा, देवभरिया, पैदानानकार, दुफाडिया, पचमोहनी और तिघरी सहित प्रस्तावित मार्ग पर निशान लगाने की प्रक्रिया शुरू की, जो आगे भी जारी रहेगी। इस पहल से क्षेत्र में विकास की नई उम्मीदें जगी हैं। लगभग 35 हजार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण माध्यम बनेगा। गोरखपुर से शामली तक प्रस्तावित यह मार्ग कई जिलों से होकर गुजरेगा, जिससे आवागमन सुगम होने के साथ-साथ व्यापार, उद्योग और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे। खुनियाँव क्षेत्र में सर्वे के दौरान राजस्व विभाग, लोक निर्माण विभाग और संबंधित एजेंसियों के अधिकारी-कर्मचारी मौजूद रहे। टीम ने भूमि की स्थिति, सीमांकन और संभावित मार्ग का भौतिक निरीक्षण कर उसे चिन्हित किया। प्रशासन ने सर्वे कार्य में किसानों और ग्रामीणों से सहयोग की अपील की है। स्थानीय लोगों का कहना है कि एक्सप्रेसवे बनने से क्षेत्र का तेजी से विकास होगा। किसानों को अपनी उपज के लिए बेहतर बाजार मिलेगा और युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। इसके साथ ही, जमीन की कीमतों में भी वृद्धि की संभावना जताई जा रही है। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, सर्वे पूरा होने के बाद भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। सरकार का उद्देश्य है कि परियोजना को निर्धारित समयसीमा में पूरा कर जनता को बेहतर सड़क सुविधा उपलब्ध कराई जाए। गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे को प्रदेश के विकास की रीढ़ माना जा रहा है, जो भविष्य में आर्थिक प्रगति को नई गति देगा।
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