बलरामपुर के गैसड़ी विकासखंड के बिलोहा-बनकासिया में ‘हर घर जल मिशन’ के तहत 2 करोड़ 19 लाख रुपये की पेयजल परियोजना एक साल से अधिक समय बाद भी अधूरी है। योजना बोर्ड पर निर्माण कार्य पूरा होने की अंतिम तिथि 24 अगस्त 2024 अंकित है, लेकिन जल निगम की कथित लापरवाही के कारण यह परियोजना अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में शुद्ध पेयजल की गंभीर समस्या है। अवध राम, दीपक, मुनीम, जुनैद और हरिशंकर जैसे ग्रामीणों का कहना है कि यदि पाइपलाइन से पेयजल आपूर्ति शुरू हो जाए, तो उन्हें दूषित पानी से छुटकारा मिलेगा। उन्होंने जल निगम के कार्य की धीमी गति पर चिंता व्यक्त करते हुए परियोजना को जल्द पूरा करने की मांग की है। इस संबंध में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि संतोष जायसवाल ने उच्च अधिकारियों और जल निगम के अधिकारियों से बात की है। अधिकारियों ने उन्हें जल्द ही कार्य पूरा कराने का आश्वासन दिया है। परियोजना के अधूरे रहने के कारण ग्रामीणों को अभी तक इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कार्यदायी संस्था से जुड़े ओपी मिश्रा ने परियोजना में देरी का कारण बताया। उन्होंने कहा, अक्टूबर 2024 से जल जीवन मिशन में भुगतान नहीं हुआ है, जिसके चलते कार्य अधूरा पड़ा हुआ है।
बिलोहा-बनकासिया में 2 करोड़ का पेयजल कार्य अधूरा:जल निगम की लापरवाही से ग्रामीणों को एक साल बाद भी नहीं मिला लाभ
बलरामपुर के गैसड़ी विकासखंड के बिलोहा-बनकासिया में ‘हर घर जल मिशन’ के तहत 2 करोड़ 19 लाख रुपये की पेयजल परियोजना एक साल से अधिक समय बाद भी अधूरी है। योजना बोर्ड पर निर्माण कार्य पूरा होने की अंतिम तिथि 24 अगस्त 2024 अंकित है, लेकिन जल निगम की कथित लापरवाही के कारण यह परियोजना अभी तक पूरी नहीं हो पाई है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में शुद्ध पेयजल की गंभीर समस्या है। अवध राम, दीपक, मुनीम, जुनैद और हरिशंकर जैसे ग्रामीणों का कहना है कि यदि पाइपलाइन से पेयजल आपूर्ति शुरू हो जाए, तो उन्हें दूषित पानी से छुटकारा मिलेगा। उन्होंने जल निगम के कार्य की धीमी गति पर चिंता व्यक्त करते हुए परियोजना को जल्द पूरा करने की मांग की है। इस संबंध में ग्राम प्रधान प्रतिनिधि संतोष जायसवाल ने उच्च अधिकारियों और जल निगम के अधिकारियों से बात की है। अधिकारियों ने उन्हें जल्द ही कार्य पूरा कराने का आश्वासन दिया है। परियोजना के अधूरे रहने के कारण ग्रामीणों को अभी तक इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। कार्यदायी संस्था से जुड़े ओपी मिश्रा ने परियोजना में देरी का कारण बताया। उन्होंने कहा, अक्टूबर 2024 से जल जीवन मिशन में भुगतान नहीं हुआ है, जिसके चलते कार्य अधूरा पड़ा हुआ है।








